Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

सावधान! हिसार में ब्लैक के बाद अब येलो फंगस के मिले केस, इन मरीजों में टीबी के भी लक्षण

ब्लैक फंगस के मामले मिल चुके हैं। वहीं अब येलो फंगस के भी मामले सामने आ रहे हैं। शहर के निजी अस्पताल में हाल ही में ऐसे छह मरीज दाखिल हुए हैं। इनमें येलो फंगस मिला है। इन मरीजों की जांच शहर की निजी लैब में की गई।

By Manoj KumarEdited By: Updated: Tue, 14 Dec 2021 08:33 AM (IST)
Hero Image
हिसार में डेंगू कोरोना से राहत है मगर फंगस के केस चिंता का विषय बने हुए हैं

जागरण संवाददाता, हिसार: जिले में दो दिन में ब्लैक फंगस के मामले मिल चुके हैं। वहीं अब येलो फंगस के भी मामले सामने आ रहे हैं। शहर के निजी अस्पताल में हाल ही में ऐसे छह मरीज दाखिल हुए हैं। इनमें येलो फंगस मिला है। इन मरीजों की जांच शहर की निजी लैब में की गई। निजी अस्पताल से चिकित्सक ने बताया कि उनके पास ब्लैक फंगस के मामलों के साथ अब येलो फंगस के मामले भी सामने आ रहे है। इनमें हिसार, फतेहाबाद, राजस्थान से भी ऐसे मरीज आए है। जिनमें येलो फंगस मिला है।

इन मरीजों में टीबी के लक्षण भी मिल रहे है। इसमें फेफड़ों पर अधिक असर आ रहा है। हालांकि यह ब्लैक फंगस जितना खतरनाक नहीं है। गौरतलब है कि हिसार में इससे पहले ब्लैक फंगस के करीब 450 मामले मिल चुके है। इनमें से 100 से अधिक लोगों की सर्जरी भी की जा चुकी है। इससे पहले एक व्हाइट फंगस का मामला भी सामने आ चुका है।

चंडीगढ़ में ओमिक्रोन का केस मिलने से सतर्क हुआ स्वास्थ्य विभाग

हिसार में पिछले एक सप्ताह से कोरोना और डेंगू के मामलो में राहत है। लेकिन चंडीगढ़ में ओमिक्रोन का केस मिलने से हिसार स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। विभाग ने सैंपलिंग और स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने पर दुगुनी तेजी से काम शुरु कर दिया है। विभाग ने कोरोना मरीजों के लिए 1580 बेड, 11 अस्पतालों में आक्सीजन प्लांट, सेक्टर 1-4 में लैब, कोरोना उपचार के लिए 37 अस्पतालों की लिस्ट, 200 वेंटीलेटर आदि सुविधाएं तैयार कर ली है। प्रतिदिन सीएमओ संबंधित चिकित्सकों से बैठक कर कोरोना से निपटने के लिए रणनीति तैयार करने में जुट गई है।

सीएमओ खुद सिविल अस्पताल, अग्रोहा मेडिकल कालेज सहित जिले में सभी सीएचसी केंद्रो पर दौरा कर वहां स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा ले रही है। साथ ही कमियां मिलने पर उन्हें दूर करने के निर्देश दे रही है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग ने निजी अस्पतालों से भी आक्सीजन प्लांट, कोरोना मरीजों के लिए निर्धारित वेंटीलेटर, बेड की संख्या सहित कुल निजी अस्पतालों की लिस्ट भी मंगवा ली है। जो कोरोना मरीजों का उपचार करेंगे। अब सिविल अस्पताल में आने वाले मरीजों की कोरोना जांच भी तेज कर दी गई है।

10972 को लगी वैक्सीन

जिले में सोमवार को वार्ड वाइज वैक्सीनेशन अभियान में 10792 लोगों को वैक्सीन लगाई गई। इनमें 60 से अधिक आयु वर्ग में 156 लोगों को, 45 से 60 के आयु वर्ग में 382 लोगों को तथा 18 से 44 के आयु वर्ग में 117 लोगों को वैक्सीन लगाई गई।

जिले में कोरोना संक्रमण का नया मामला नहीं

जिला सर्विलांस अधिकारी विभाग ने कोरोना मरीजों के लिए 1580 बेड, 11 अस्पतालों में आक्सीजन प्लांट, सेक्टर 1-4 में लैब, कोरोना उपचार के लिए 37 अस्पतालों की लिस्ट, 200 वेंटीलेटर आदि सुविधाएं तैयार कर ली है।और आइडीएसपी इंचार्ज डा. सुभाष खतरेजा ने बताया कि सोमवार को जिले में कोरोना वायरस संक्रमण का नया मामला सामने नहीं आया है। फिलहाल जिले में कोई एक्टिव केस नहीं है तथा रिकवरी रेट 97.89 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक सात लाख 98 हजार 883 लोगों की जांच की जा चुकी है, जिसमें संक्रमण के कुल 54 हजार दो मामले मिल चुके हैं। अब तक कुल 52 हजार 861 लोग कोरोना से रिकवर हो चुके हैं। पहली लहर में संक्रमण के 17 हजार 147 जबकि दूसरी लहर में अब तक 36 हजार 855 मामले दर्ज किए गए हैं।

डेंगू संक्रमण का नया मामला नहीं

डिप्टी सिविल सर्जन डा. सुभाष खतरेजा ने बताया कि जिले में सोमवार को डेंगू संक्रमण का नया मामला सामने नहीं आया है। जिले में डेंगू संक्रमित मरीजों का आंकड़ा सात है। उन्होंने बताया कि अब तक 5618 डेंगू आशंकित लोगों के सैंपल लिए गए हैं, इनमें से 1007 लोगों में डेंगू का संक्रमण मिला है। 999 व्यक्ति डेंगू से रिकवर हो चुके है। डेंगू के सामान्य रूप से देखे जाने वाले लक्षणों में मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, तेज बुखार, उल्टी आना और चक्कर महसूस होना, इनमें से कोई भी लक्षण महसूस करते हैं तो तुरंत डाक्टर से संपर्क कर आवश्यक इलाज शुरू करवा लें। उन्होंने कहा कि डेंगू के कम होते प्रभाव के बावजूद भी नागरिक सभी सावधानियां जरूर बरतें।

-- -- -- -- -- -- -- -- -- --