जमीन नहीं तो कोई चिंता नहीं, अब घर में ही पानी से उगाएं सब्जी, आपकी बाल्टी बनेगी गमला
सब्जी उगाने के लिए जगह नहीं है। न तो खेत हैं और न ही अन्य किसी प्रकार की सुविधा। ऐसे लोगों को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि अब वह पानी में सब्जी उगा सकते हैं। इसके लिए उन्हें अधिक खर्च करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
जागरण संवाददाता, हिसार। बाजार में रसायनयुक्त सब्जियां आने से लोगों को बीमारियां हो रही है। डायबिटीज हो या कैंसर कई बीमारियां तो इन्हीं रसायनों के कारण होता है। इस कारण से अब जैविक खेती की तरफ लोग बढ़ रहे हैं। मगर लोगों के सामने समस्या यह है कि उनके पास सब्जी उगाने के लिए जगह नहीं है। न तो खेत हैं और न ही अन्य किसी प्रकार की सुविधा। ऐसे लोगों को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि अब वह पानी में सब्जी उगा सकते हैं। इसके लिए उन्हें अधिक खर्च करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
दरअसल एचएयू में हाइड्रोपोनिक तकनीक से एक सिस्टम तैयार किया है जिसमें बाल्टियों का प्रयोग किया गया है। इन बाल्टियों के ऊपर ट्रे में पौधे रखे जाते हैं और बाल्टी के भीतर पानी में ही यह पौधे ग्रो करते हैं। इस प्रकार से टमाटर, मिर्च, पालक आदि सब्जियां इन बाल्टियों में हो रही है। इसमें मिट्टी की भी आवश्यकता नहीं है।
इस प्रकार से कार्य करती है यह तकनीक
हाइड्रोपोनिक तकनीक को बाल्टियों में फिट करने के लिए पहले बाल्टियों में पानी भरा जाता है फिर इसमें एक आक्सीजन मोटर का पाइप लगा दिया जाता है। यह आक्सीजन मोटर अक्सर एक्यूरियम में मछलियों के लिए लगाई जाती है। इसके बाद मोटर का कनेक्शन बिजली से कर दिया जाता है। इसके साथ बाल्टी के ढक्कन में होल कर कई पौधे लगा दिए जाते हैं जो जड़ की तरफ से पानी में डूबे रहते हैं। इन पौधों के आसपास चिकनी मिट्टी के पके हुए छोटे-छोटे पांच छह टुकड़े रखे जाते हैं ताकि पौधे को खड़े रहने का सहारा मिल सके। इसके बाद जरुरत के हिसाब से पौधे को मिनरल दो और पौधा बढ़ने लगेगा।
इस प्रयोग को एचएयू कर रहा प्रदर्शन
इंडोर गार्डनिंग या किचन गार्डनिंग का शौक रखने वाले लोग इसे आसानी से घर पर आजमा सकते हैं। इसके लिए एचएयू ने अपने एग्री टूरिज्म सेंटर में एक माडल भी रखा है ताकि लोग इसके बारे में जानकारी लेकर घर पर आजमा सकें।