किसान ट्रेन ना राेके, इसलिए रोहतक में रात भर अधिकारियों का किसान नेताओं से चला वार्ता का दौर
भारतीय किसान यूनियन अंबावता के प्रदेशाध्यक्ष अनिल नांदल उर्फ बल्लू प्रधान ने कहा है कि ट्रेन को हर हाल में रोका जाएगा। इसके लिए 12 से चार बजे तक का समय रखा गया है। हालांकि उन्होंने आश्वासन दिया कि ट्रेन या ट्रैक को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा
रोहतक, जेएनएन। तीन कृषि कानूनों के विरोध आज होने वाली ट्रेन रोको आंदोलन को लेकर रात भर किसान नेताओं से बातचीत का दौर चलता रहा। जिले के पुलिस अधिकारियों के अलावा जीआरपी थाना प्रभारी नरेंद्र सिंह ने भी किसान नेताओं से संपर्क किया। उन्हें समझाया गया कि ट्रेन को ना रोके, इससे यातायात प्रभावित होगा। हालांकि किसान नेताओं ने अपने पत्ते नहीं खोले। भारतीय किसान यूनियन अंबावता के प्रदेशाध्यक्ष अनिल नांदल उर्फ बल्लू प्रधान ने सिर्फ इतना कहा है कि वह इस बारे में कुछ नहीं कह सकते।
ट्रेन को हर हाल में रोका जाएगा। इसके लिए 12 से चार बजे तक का समय रखा गया है। हालांकि उन्होंने आश्वासन दिया कि ट्रेन या ट्रैक को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा, लेकिन फिर भी जीआरपी के जवानों को अलर्ट रखा गया है। रेलवे ट्रैक पर रात पर गश्त करने के लिए उनकी अलग से टीम बनाई गई थी। आशंका थी कि कहीं ट्रैक को नुकसान ना पहुंचा दिया जाए।
छह स्थानों पर है ट्रेन रोकने की तैयारी
पुलिस और जीआरपी के पास जो सूचना है उसके अनुसार, जिले में छह स्थानों पर ट्रेन को रोका जाएगा। इसमें मकड़ौली, इस्माइला, खैरेंटी, लाहली और खरावड़ हॉल्ट भी शामिल है। लेकिन दिल्ली हिंसा के बाद पुलिस और जीआरपी कोई भी लापरवाही बरतने के मूड़ में नहीं है। इसलिए सभी को अलर्ट पर रखा गया है। साथ ही अन्य स्थानों पर भी नजर रखी जा रही है कि कहीं दूसरी जगह पर जाकर ट्रेन को ना रोक दें।
हर हॉल्ट पर एक-एक डीएसपी और 30-30 पुलिसकर्मी
जिला प्रशासन की तरफ से ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए हैं। इसके अलावा हर हॉल्ट पर एक-एक डीएसपी की ड्यूटी लगाई गई है। साथ ही 30-30 पुलिसकर्मी और जीआरपी के पांच-पांच जवान मोर्चा संभालेंगे। डीएसपी हेड क्वार्टर गोरखपाल राणा ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता बंदोबस्त कर लिए गए हैं। किसी भी व्यक्ति को कानून नहीं तोड़ने दिया जाएगा।