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चिंताजनक, स्कूलों में भेजे आक्सीमीटर नहीं कर रहे काम, ऐसे कैसे रोकेंगे कोरोना की तीसरी लहर

कोरोना की तीसरी लहर रोकने के लिए स्कूलों में आक्सीमीटर भेजे गए थे। सिरसा में 3854 आक्सीमीटर भेजे हैं। लेकिन इनमें से ज्यादातर काम नहीं कर रहे हैं। अध्यापक परेशान हो रहे हैं। अब पांचवीं तक के स्कूल खोलने की भी तैयारी है।

By Umesh KdhyaniEdited By: Updated: Sat, 21 Aug 2021 11:58 AM (IST)
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थर्मल स्कैनिंग व आक्सीमीटर से जांच होनी है।

जागरण संवाददाता, सिरसा। सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों का आक्सीजन लेवल जांचने लिए आक्सीमीटर भेजे गये हैं। मगर स्कूलों में भेजे गए आक्सीमीटर काम ही नहीं कर रहे हैं। इससे स्कूलों के अध्यापक परेशान नजर आ रहे हैं। स्कूलों में हरियाणा स्कूल शिक्षा निदेशालय की ओर से पहली से पांचवीं कक्षा के राजकीय स्कूल खोलने को लेकर विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं।

विभाग की ओर से सिरसा जिले के राजकीय प्राथमिक व माध्यमिक स्कूलों में विद्यार्थियों को कोविड से सुरक्षित रखने के लिए 3854 आक्सीमीटर भेजे हैं। गौरतलब है कि सरकारी स्कूलों में 17 जुलाई से नौवीं से बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों की पढ़ाई करवाने के लिए खोले गए। इसके बाद 23 जुलाई को छठी से आठवीं कक्षा के लिए स्कूल खोल दिए गये। जिले में 524 प्राइमरी और 120 माध्यमिक स्कूल हैं। पहली से पांचवीं तक करीब 55 हजार से ज्यादा बच्चे हैं।

थर्मल स्कैनिंग व आक्सीमीटर से होनी है जांच

सरकारी स्कूलों में पहली से पांचवीं तक स्कूल खोलने की तैयारी की जा रही है। कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए बचाव की तैयारियां की जा रही है। शिक्षा विभाग द्वारा जारी की गई गाइडलाइन के अनुसार प्राथमिक व माध्यमिक  स्कूलों में विद्यार्थियों की थर्मल स्क्रीनिंग के साथ-साथ आक्सीमीटर से भी जांच की जानी है। स्कूलों में भेजे गये आक्सीमीटर काम ही नहीं कर रहे हैं। इसकी शिकायत विभाग के अधिकारियों को भी स्कूल इंचार्ज करने लगे हैं।

जिले में भेजे गये 3854 आक्सीमीटर

सिरसा जिले में प्रत्येक स्कूल के लिए 3854 आक्सीमीटर स्कूलों में भेजे गये। जिले के माध्यमिक व प्राथमिक स्कूलों में प्रत्येक एक सेक्शन को एक आक्सीमीटर दिया गया। पल्स आक्सीमीटर डिजिटल डिस्पले वाली एक छोटी डिवाइस मशीन होती है। इसे पीपीओ यानी पोर्टेबल प्लस आक्सीमीटर भी कहते हैं। इसमें उगंली देकर आन करने पर डिवाइस की मदद से जांचने वाले का नब्ज और खून में आक्सीजन लेवल कम-ज्यादा या सामान्य होने का पता चलता है, क्योंकि डिजिटल डिस्पले में इसकी रीडिंग दिख जाती है।

विभाग के उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया

नाथूसरी कलां के राजकीय मिडल स्कूल के इंचार्ज रमेश कुमार ने कहा कि स्कूल में भेजे गए सभी छह आक्सीमीटर काम नहीं कर रहे हैं। इसके बारे में विभाग के उच्च अधिकारियों को भी अवगत करवाया जा रहा है। यह दूसरे स्कूलों में भी शिकायत आ रही है।

स्कूलों से ली जाएगी रिपोर्ट

सिरसा के जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी आत्मप्रकाश मेहरा ने कहा कि स्कूलों में आक्सीमीटर काम नहीं करने की शिकायत आ रही है। इसके बारे में सभी स्कूलों से रिपोर्ट ली जाएगी। उच्चाधिकारियों से चर्चा कर खराब आक्सीमीटर बदले जाएंगे

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