सामने आया SBI से जुड़ा ठगी का पहला ऐसा मामला; ब्रांच में बैठकर कस्टमर को बनाते थे शिकार, यूं हुआ खुलासा
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया देश के सबसे बड़े बैंकों में शामिल है लेकिन क्या आपका पैसा यहां पर सुरक्षित है? गुरुग्राम जिले से साइबर ठगी का ऐसा चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जिसने भी सुने उसके होश उड़ गए। यहां पर शेयर मार्केट में इन्वेस्ट के नाम पर धोखाधड़ी होने की शिकायत मिलने पर पुलिस ने SBI के डिप्टी मैनेजर समेत 15 बैंक कर्मचारियों को पकड़ा है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। साइबर ठगों को खाता बेचने के मामले में अब साइबर पुलिस ने एसबीआई के डिप्टी मैनेजर को गिरफ्तार किया है। अब तक खाता बेचने के विभिन्न मामलों में 15 बैंक कर्मचारियों को पकड़ा जा चुका है। यह पहला ऐसा केस है, जिसमें एसबीआई जैसे बड़े और सरकारी बैंक के कर्मचारी को संलिप्त पाया गया है।
साइबर ठगों ने अच्छे रिर्टन का दिया था झांसा
डीसीपी साइबर क्राइम सिद्धांत जैन ने बताया कि 15 फरवरी को एक व्यक्ति ने साइबर थाना पूर्वी में शेयर में इन्वेस्ट के माध्यम से धोखाधड़ी होने शिकायत की थी। उसने बताया था कि साइबर ठगों ने अच्छे रिर्टन का झांसा देकर उससे 52 लाख 14 हजार रुपये ठग लिए।
साइबर थाना पुलिस ने एसबीआई के कर्मचारी को किया गिरफ्तार
मामले में केस दर्ज होने के बाद साइबर थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बुधवार दोपहर एसबीआई के कर्मचारी को गुरुग्राम से गिरफ्तार कर लिया। आरोपित की पहचान सेक्टर 77 निवासी राहुल के रूप में की गई। पुलिस पूछताछ में पता चला कि आरोपित गुरुग्राम के सेक्टर-17 स्थित एसबीआई ब्रांच में डिप्टी मैनेजर के पद पर नौकरी करता था।इसने टारगेट पूरा करने के लिए फर्जी तरीके से बैंक खाते खुलवाकर अपने एक अन्य साथी को उपलब्ध करवाए थे। उसने आगे ये खाते साइबर ठगों को बेच दिए। इसके द्वारा उपलब्ध करवाए गए बैंक खाते में ठगी गई राशि में से नौ लाख रुपये ट्रांसफर किए गए थे।
पुलिस (Gurugram Police) टीम ने इस केस में अब तक दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपित को रिमांड में लेकर पूछताछ की जाएगी। यह भी पूछा जाएगा कि अब तक उसने कितने खाते साइबर ठगों को बेचे। उसे एक खाते के बदले कितने रुपये मिलते थे।
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