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हरियाणा के बजट पर सिरसा की जनता की राय, महिलाओं ने बताया ठीक ठाक

हरियाणा के बजट को लेकर प्रदेश भर से अलग प्रतिक्रियाएं आ रही है। कोई इस बजट को मनोहर लाल की जादू की छड़ी बता रहा है तो विपक्षी इस बजट पर कटाक्ष कर अपनी राजनीति चमका रहे है। वहीं कुछ का कहना है कि ये बजट नहीं जूमला है।

By Naveen DalalEdited By: Updated: Wed, 09 Mar 2022 10:09 AM (IST)
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हरियाणा के बजट सिरसा की जनता ने दी अपनी प्रतिक्रियाएं।

सिरसा, जागरण संवाददाता। हरियाणा के बजट को आमजन से सराहा है। सत्तापक्ष से जुड़े लोगों, युवाओं ने इस बजट को विकास परक बताया है। वहीं कर्मचारी संगठनों ने इस बजट में कर्मचारी हितों की अनदेखी होने की बात कही है। किसान संगठनों से जुड़े प्रतिनिधियों का कहना है कि सरकार ने किसानों के लिए घोषणाएं बड़ी-बड़ी की है जब वे लागू होगी तभी कहा जा सकता है कि बजट किसान हितैषी है। महिलाओं ने इस बजट में ठीकठाक बताया है।

किसान के अनुसार

बजट संतोषजनक कृषि में बागवानी पर जोर देने की बात कही है। मुआवजों को लेकर सरकार ने घोषणाएं की है। जलभराव का भी समाधान करने और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने की बात की है। प्रथमदृश्या बजट ठीक है। लेकिन किसानों को डीएपी, खाद की किल्लत न हो। मंडी में फसलों के एमएसपी व भावांतर को लेकर दिक्कतें न आएं। बजट संतोषजनक दिखाई देता है। समय ही बताएगा कि बजट में प्रावधान दिये गए हैं उनमें कितने लागू होते हैं। पिछले साल के बजट में अनेक घोषणा थी, लेकिन वे लागू नहीं हुई।

---- गुरजीत मान, उन्नत किसान।

कांग्रेस नेता के अनुसार

आंकड़ों की बाजीगरी भरा बजट सरकार द्वारा प्रस्तुत बजट को आंकड़ों की बाजीगरी भरा व लुभावना है। बजट से युवाओं को काफी उम्मीदें थीं जो पूरी नहीं हो पाई। सरकार ने बेरोजगारी पर फोकस नहीं किया जबकि प्राइवेट सेक्टर में ही नौकरियों की बात की है। मुख्यमंत्री हर जिले में पिछले तीन साल से मेडिकल कालेज बनाने की घोषणाएं कर रहे हैं लेकिन मूर्तरूप अभी तक नहीं मिला। बिजली के क्षेत्र में हरियाणा के 12 जिले अभी तक पिछड़े हैं। जेबीटी अध्यापकों, आशा वर्कर्स, आंगनबाड़ी वर्कर्स आदि के लिए भी कुछ खास नहीं किया गया।

----- नवीन केडिया, कांग्रेस नेता।

सचिव सर्व कर्मचारी संघ के अनुसार

बजट आम आदमी और कर्मचारी का नहींयह बजट आम आदमी और कर्मचारी का बजट नहीं है। सिर्फ सरकार की लीपापोती है। बजट से कर्मचारियों को निराशा हुई है। कर्मचारियों को सरकार से आस थी लेकिन कर्मचारियों की मांगों को बजट में अनदेखा किया गया है। पुरानी पेंशन बहाली, ठेकेदार प्रथा बंद कर कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने इत्यादि मांगों की तरफ ध्यान नहीं दिया।

-----------राजेश भाकर, सचिव सर्व कर्मचारी संघ।

बजट से कर्मचारियों को हुई निराशा इस बजट से कर्मचारियों को निराशा हुई है। कर्मचारी संगठनों ने पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर सरकार को अनेक बार ज्ञापन दिये थे। राजस्थान सरकार ने पुरानी पेंशन बहाल की है। आस थी कि हरियाणा में भी पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू होगी, लेकिन सरकार ने सुनवाई नहीं की।

----गुरदीप सैनी, प्रवक्ता, स्कूल कैडर लेक्चरार एसोसिशन

कर्मचारियों की मांगों को किया दरकिनारराज्य सरकार के बजट में कर्मचारियों की अनदेखी हुई है। कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं, इसके बावजूद बजट में सरकार ने कर्मचारियों के हितों की तरफ ध्यान नहीं दिया। - मदन खोथ, प्रधान, सर्व कर्मचारी संघ

बजट में सभी वर्गों का रखा ख्यालप्रदेश के बजट में सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है। विकास परक और संतुलित बजट है, जिसमें सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है। बजट में शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि सहित सभी क्षेत्रों में सराहनीय कदम उठाने का निर्णय लिया है। कोरोना काल के बावजूद बजट में बढ़ोतरी हुई है। वास्तव में यह बजट मनोहर बजट है।

- सुरेंद्र आर्य, भाजपा प्रदेश मंत्री

बजट ने व्यापारी वर्ग को किया निराश बजट ने व्यापारी वर्ग को निराश किया है। व्यापारियों के लिए कोई घोषणा सरकार नहीं की। व्यापारियों को अास थी कि कोविड के चलते प्रभावित हुए व्यापार को सरकार राहत देगी, जीएसटी में छूट दी जाएगी लेकिन सरकार ने व्यापारियों को कोई राहत नहीं दी।

- हीरा लाल शर्मा, व्यापारी नेता

महिला हितैषी बजट

बजट में सरकार ने महिलाओं के हितों में अनेक घोषणाएं की है। महिला शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए अहम निर्णय लिए हैं। महिलाओं को सशक्त करने के लिए सरकार ने कदम उठाएं हैं, व्यापार करने के लिए महिलाओं को तीन लाख तक का लोन मिलेगा। सुषमा स्वराज राज्य स्तरीय पुरस्कार से महिलाओं का मान बढ़ेगा। छात्रों के लिए बसों की सुविधाएं बढ़ाई जाएगी। इसके अलावा सरकार ने स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि इत्यादि सभी क्षेत्रों को छूआ है। सिरसा में मेडिकल कालेज के साथ साथ नर्सिंग कालेज की स्थापना की घोषणा से जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार होगा। आयुष्मान योजना से अधिकतर परिवारों को जोड़े जाने से इलाज में राहत मिलेगी।

- सुमन शर्मा, भाजपा नेत्री

मुख्यमंत्री ने बजट में लगाई राहतों व तोहफों की झड़ी

नीरज बंसलमुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बजट पेश करते हुए राहतों और तोहफों की भरमार की है। मुख्यमंत्री ने इसमें कोई नया टैक्स नहीं लगाया है। सीएम ने बजट में सभी वर्गों का ख्याल रखा और लोगों की उम्मीदों के अनुरूप बजट तैयार कर जनता का दिल जीतने का काम किया। सरकार ने खासकर किसान वर्ग का अधिक ध्यान रखते हुए बजट राशि में काफी इजाफा किया है। महिला दिवस के मौके पर सीएम ने महिलाओं के लिए सुषमा स्वराज पुरस्कार देने की घोषणा की है, जोकि सराहनीय है।

- नीरज बंसल, भाजपा नेता

बजट में की घोषणाएं लागू होगी तब ही फायदाइस बजट में सरकार ने बड़ी बड़ी बातें की है। वे जमीनी स्तर पर लागू होगी, तभी उसका फायदा होगा। बजट में नया मुआवजा देने का ऐलान किया गया है जबकि वर्ष 2019 का मुआवजा भी अभी बाकी है। सरकार किसानों के लिए खाद-डीएपी का प्रबंध करें। सीएम कहते हैं कि किसान ई भूमि से अपनी जमीन बेच सकेगा। सरकार की मंशा है कि वो किसानों की भूमि खरीद कर उसे पूंजीपति घरानों को बेचेगी।

- लखविंद्र सिंह, अध्यक्ष, किसान एकता

शिक्षा को मिलेगा बढ़ावाराज्य सरकार ने बजट में शिक्षा को बढ़ावा देने की बात कही है। कालेेजाें में स्मार्ट कक्षाएं बनाने, छात्राओं के लिए बस सुविधा सहित अन्य निर्णयों से शिक्षा को बढ़ावा मिलेग। बजट में महिलाओं के हितों की बात कही है। लेकिन सरकार को महंगाई घटाने की दिशा में भी प्रयास करने चाहिए थे।

- वंदना, सहायक प्राध्यापिका

शिक्षा का रखा विशेष ख्यालबजट में शिक्षा को बढ़ावा देने की घोषणा हुई है। सरकारी स्कूलों में 10 से 12वीं के छात्रों को टेबलेट देने, कालेजों में स्मार्ट क्लास रूम बनाने, छात्राओं के लिए साथी परिवहन सुविधा इत्यादि से विद्यार्थी लाभान्वित होंगे। इसके साथ ही स्वास्थ्य, विकास, कृषि की दृष्टि से भी बजट ठीक है।

- सौरभ

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