एचएयू में बने संग्रहालय में जान सकेंगे कृषि का वैज्ञानिक महत्व, लघु थियेटर भी बनाया
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में कृषि विज्ञान एवं हरियाणवी ग्रामीण संस्कृति को संजोए हुए संग्रहालय दर्शकों के लिए बनकर तैयार है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्रखर राष्ट्रभक्त समाज सुधारक व हरियाणा केसरी के उपनाम से प्रसिद्ध हरियाणा के पूर्व उप मुख्यमंत्री डा. मंगल सेन के नाम पर रखा है।
By Manoj KumarEdited By: Updated: Thu, 24 Mar 2022 03:05 PM (IST)
जागरण संवाददाता, हिसार : चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में कृषि विज्ञान एवं हरियाणवी ग्रामीण संस्कृति को संजोए हुए संग्रहालय दर्शकों के लिए बनकर तैयार है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्रखर राष्ट्रभक्त, समाज सुधारक व हरियाणा केसरी के उपनाम से प्रसिद्ध हरियाणा के पूर्व उप मुख्यमंत्री डा. मंगल सेन के नाम पर डा. मंगल सेन कृषि विज्ञान संग्रहालय रखा है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल 26 मार्च को इस संग्रहालय का उद्घाटन करेंगे। एचएयू के कुलपति प्रो. बीआर काम्बोज ने बताया कि इस संग्रहालय में आगंतुकों को एक ही छत के नीचे विश्वविद्यालय की विशिष्ठ उपलब्धियों, कृषि व कृषक हितैषी कार्यों के साथ-साथ हरियाणा की गौरवमयी संस्कृति एवं ऐतिहासिक धरोहरों की जानकारी मिल सकेगी। वर्तमान व भावी पीढ़ी भी इस संग्रहालय का भ्रमण करके कृषि व कृषि की विकास यात्रा के बारे में ज्ञान हासिल कर सकेंगी।
संग्रहालय की विशेषताएंइस संग्रहालय के प्रथम भाग में कृषि एवं उससे संबंधित विभिन्न वैज्ञानिक पहलू दर्शाए गए हैं। इसके पश्चात एक लघु थिएटर बनाया गया है जिसमें आंगतुकों को विश्वविद्यालय की शोध, शिक्षा एवं विस्तार से संबंधित लघु वृतचित्र देखने को मिलेगा। इसे थिएटर के बाहर विश्वविद्यालय का गौरवपट्ट है जहां विश्वविद्यालय द्वारा राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्राप्त की गई विभिन्न उपलब्धियों को प्रदर्शित किया गया है। संग्रहालय के प्रारम्भ में ही हरियाणा की गौरवपूर्ण विकास यात्रा के सामाजिक, राजनैतिक, आर्थिक, जनसांख्किीय आंकड़ों को दर्शाए जाने के साथ आगंतुकों, विशेषकर स्कूली बच्चों को कृषि के बारे में जागरूक करने के लिए कृषि विकास यात्रा को त्री-आयामी भित्ती-चित्रों द्वारा दर्शाया गया है जिनकी विस्तृत व्याख्या के लिए टच-स्क्रीन कियोस्क लगाए गए हैं।
विश्वविद्यालय के विभिन्न महाविद्यालयों, विभागों संकायों की जानकारी देने के लिए त्री-आयामी (थ्री-डी)माडल लगाए गए हैं जो विश्वविद्यालय का अति सुंदर चित्रण प्रस्तुत करते हैं। विश्वविद्यालय के खेतों आभासी भ्रमण माडल, हरियाणा में पाए जाने वाली विभिन्न प्रकार की मिट्टी एवं फसलों का माडल, आनुवंशिकी एवं पादप प्रजनन माडल, अपने कीड़ों को जाने आदि माडल्स लगाए गए हैं जो पूर्णत: परस्पर संवादात्मक एवं कृषि में रुचि बढ़ाने में सहायक होंगे। इसके पश्चात विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों की मुख्य गतिविधियां एवं उपलब्धियां सचित्र दर्शाई गई हैं।
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