असुरक्षा का माहौल देख अभिभावकों ने हॉस्टल छुड़वाया, छात्राओं को ले गए घर; BEO और BRC की टीम आज सौंपेगी रिपोर्ट
Hisar News हरियाणा के हिसार में आरोही मॉडल स्कूल के गर्ल्स हॉस्टल का मामला तूल पकड़ गया है। अभिभावकों ने असुरक्षा का माहौल देखकर छात्राओं का हॉस्टल छुड़वा दिया। अभिभावकों ने विभाग से वार्डन को हटाने की मांग की है। बीईओ बीआरसी व प्रधानाचार्यों की टीम स्कूल में जांच के लिए पहुंची। इस मामले में बीईओ व बीआरसी की अलग-अलग कमेटी शामिल है।
हिसार, जागरण संवाददाता: भिवानी रोहिल्ला स्थित आरोही मॉडल स्कूल के गर्ल्स हॉस्टल का मामला तूल पकड़ गया हैं। हास्टल में असुरक्षा का माहौल देखकर अभिभावकों ने हॉस्टल छुड़वा लिया है। सभी अभिभावक अपनी बेटियों को घर ले गए है। अब यह सभी छात्राएं रोजान अपने घर से ही स्कूल आना-जाना करेगी। वहीं छात्राओं व अभिभावकों द्वारा खाने में अनियमिता बरतने व असुरक्षा का माहौल की शिकायत का मामला सामने आने के बाद शिक्षा विभाग ने संज्ञान ले लिया हैं।
अभिभावकों ने विभाग से वार्डन को हटाने की मांग की
अभिभावकों ने विभाग से वार्डन को हटाने की मांग की है। बीईओ, बीआरसी व प्रधानाचार्यों की टीम स्कूल में जांच के लिए पहुंची। इस मामले में बीईओ व बीआरसी की अलग-अलग कमेटी शामिल है। कमेटी ने स्कूल की छात्राओं व अभिभावकों से लेकर स्टाफ से पूछताछ की। छात्राओं व अभिभावकों ने भी कमेटी को लिखित में शिकायत दी है।
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कमेटी ने अभिभावकों को दिलासा दिलाई और आश्वासन दिया कि आप अपनी बेटियों को हास्टल में ही ठहराएं। कोई समस्या नहीं होगी। कमेटी ने कहा कि जांच के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिर भी अभिभावक नहीं मानें और हास्टल में रहने वाली छात्राओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी लेने की बात कही। कोई सहमति नहीं बनी। पहले हास्टल में करीब 40 छात्राएं रहती थी। अब इक्का-दुक्का रूकी हैं।
अभिभावक हुए एकजुट
बीईओ भूपेंद्र दलाल, बीआरसी अनिल नेहरा और स्कूल प्रधानाचार्यों की टीम ने स्कूल में करीब तीन से चार घंटों तक बातचीत की। टीम ने छात्राओं व अभिभावकों से लिखित में शिकायत ली है। अभिभावक बोले कि जब तक उनको छात्राओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी नहीं मिलती, तब तब वह उनको हास्टल में नहीं छोड़ सकते। इस पर सभी अभिभावक एकजुट हो गए है।
यह था मामला
छात्राओं के अनुसार वार्डन ने उनको कहा था कि वह खुद हास्टल में रहेंगी। मगर वह हास्टल में नहीं रूकी। ऐसे में खुद खाना बनाकर खाया। माता-पिता को पता चला तो उन्होंने विरोध जताया, क्योंकि हास्टल में कोई नहीं था। रविवार शाम को दो छात्राओं के अभिभावक स्कूल में आए थे।
एक छात्रा को उसके अभिभावक ले गए। इस पर वार्डन व अभिभावकों की बहस हुई और डायल 112 को बुलाने की नौबत आई। तब मामला शांत हुआ। अगले दिन अभिभावक स्कूल में आए और मामले से अवगत कराया। इस मामले में स्कूल में पंचायत होती रही, पर कोई निष्कर्ष नहीं निकला।
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कमेटी जांच के लिए स्कूल में गई थी। उन्होंने छात्राओं व अभिभावकों से पूछताछ की है। जांच पूरी करने के बाद कमेटी रिपोर्ट सौंपेगी। इसके बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी। अभिभावकों को मोटिवेट किया जाएगा, ताकि वो अपनी बेटियों को हास्टल में रखने पर सहमत हो। ग्रामीणों को भी जागरूक किया जाएगा। ज्ञान सिंह जिलोवा, डीपीसी।