सिरसा में बनेगा साइबर अपराध से संबंधित मामलों के लिए अलग थाना, स्टाफ को दी जाएगी ट्रेनिंग
साइबर अपराध से संबंधित मामलों के लिए सिरसा का अलग से होगा थाना। साइबर संबंधी स्टाफ को दी जा रही ट्रेनिंग सोमवार तक थाने में शुरू हो जाएगा काम। जिले भर के साइबर से संबंधित केस इसी थाने में दर्ज होंगे।
सिरसा, जागरण संवाददाता। साइबर से संबंधित केसों को जल्द सुलझाने के लिए सिरसा में अलग से साइबर थाना काम करेगा। पहले यहां साइबर सेल बनाई गई थी जो विभिन्न मामलों में संबंधित थाने की मदद करती थी। लेकिन अब साइबर थाने में केस दर्ज होंगे और वहीं केस की जांच चलेगी।
राज्य सरकार ने प्रत्येक जिले में साइबर थाने बनाने के निर्देश दिए हैं जिसके बाद सिरसा के सदर थाना के मित्र कक्ष की बिल्डिंग को साइबर थाने के लिए चिह्नित किया गया है। यहां आधारभूत ढांचा उपलब्ध करवा दिया गया है। कंप्यूटर लगाए गए हैं, इंटरनेट कनेक्शन किए हैं। ताकि जांच अधिकारी को तत्काल जो जानकारी चाहिए उपलब्ध हो सके।
पहले ट्रेनिंग, फिर होगी शुरुआत
साइबर अपराध के मामलों से जुड़े जांच अधिकारियों को ही इस थाने में नियुक्ति मिलेगी। आइटी एक्ट की जांच में शामिल रहे स्टाफ को दक्ष किया जा रहा है और उन्हें ट्रेनिंग दी जा रही है। ट्रेनिंग लगभग पूरी हो चुकी है। इसके बाद हर सप्ताह भी ट्रेनिंग का शेड्यूल बनाया जा रहा है ताकि जो-जो समस्याएं आए उन्हें उन्हीं के अनुरूप प्रशिक्षित किया जा सके। बताया जा रहा है कि थाना का सुपरविजन खुद पुलिस अधीक्षक के अधीन रहेगा और वे यहां दर्ज होने वाले मामलों की समीक्षा करेंगे।
आर्थिक अपराध के मामले बढ़े
जिले में ठग अलग-अलग रूपों में लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। कभी लोन देने, कभी लाटरी तो कभी बैंक खाते में कमी बताकर ओटीपी हासिल करते हें और फिर खाते में सेंधमारी कर आर्थिक चोट पहुंचाते हैं। इसके अलावा पिछले कुछ समय में लिंक के माध्यम से खुद रुपये भेजने की बात कहकर भी खाता खाली कर रहे हैं। ऐसे मामलों में पुलिस अपराध होने की स्थिति में पहले बैंक खाता को सीज करवाएगी ताकि धोखाधड़ी करने वाले उससे राशि न निकाल सकें। दूसरे मामले अश्लील वीडियो वायरल करने से जुड़े भी रहते हैं।