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IPS अधिकारी के यौन शोषण प्रयास मामले में SIT का नया खुलासा, ई-मेल के जरिए भेजा गया था अफसरों को मेल

हरियाणा के एक आईपीएस अधिकारी पर यौन शोषण के प्रयास के मामले में एसआईटी को जांच में अहम सुराग मिले हैं। एसआईटी ने तीन गवाहों के बयान दर्ज किए हैं जिनमें चिट्ठी पर फर्जी हस्ताक्षर करने वाले दो लोग शामिल हैं। जांच में सामने आया कि ईमेल एक निजी कंपनी के वाईफाई कनेक्शन से भेजी गई थी जो जींद के सुनील कपूर के नाम से रजिस्टर्ड है।

By Jagran News Edited By: Prince Sharma Updated: Sat, 02 Nov 2024 01:38 PM (IST)
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IPS अफसर के यौन शोषण प्रयास प्रकरण में एसआइटी को जांच में कुछ अहम सुराग हाथ लगे
जागरण संवाददाता, हिसार। प्रदेश के एक आइपीएस अधिकारी के यौन शोषण प्रयास प्रकरण में एसआइटी को जांच में कुछ अहम सुराग हाथ लगे हैं। एसआइटी ने मामले में तीन गवाहों के बयान दर्ज किए है। इनमें चिट्ठी पर फर्जी हस्ताक्षर करने वाले दो लोगों सहित तीन के बयान लिए गए है।

एसआइटी की जांच में सामने आया कि जो ईमेल भेजी गई थी, वह ईमेल आइडी एक निजी कंपनी के वाईफाई कनेक्शन से बनाई गई थी। यह वाईफाई कनेक्शन जींद के सुनील कपूर के नाम से रजिस्टर्ड है। शुक्रवार दोपहर पुलिस लाइन में एसपी दीपक सहारण व एएसपी राजेश कुमार मोहन ने इस मामले में प्रेसवार्ता की।

उन्होंने बताया कि सुनील कपूर के नाम से रजिस्टर्ड वाईफाई कनेक्शन के जरिये ही उच्च अधिकारियों को ईमेल भेजी गई थी। सुनील को जांच में शामिल कर मामले की वास्तविकता का पता लगाया जाएगा। मामले में जींद के सिविल लाइन थाना में 28 अक्टूबर को केस दर्ज किया गया था।

केस हिसार में किया गया ट्रांसफर, SIT हुई गठित

केस को जांच के लिए हिसार में ट्रांसफर किया गया और एसआइटी गठित की गई थी। एसआइटी में एएसपी राजेश कुमार मोहन, इंस्पेक्टर निर्मला, सब इंस्पेक्टर ईश्वर, सब इंस्पेक्टर धर्मबीर, सब इंस्पेक्टर अमित व एएसआइ राजाराम शामिल है।

सुनील कपूर के नाम से रजिस्टर्ड वाईफाई कनेक्शन से उच्च अधिकारियों को भेजी गई थी ईमेल, अब वास्तविकता का पता लगाने को जांच में करेंगे शामिल।

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सुनील कपूर पर पहले भी दो केस दर्ज

एसपी दीपक सहारण व राजेश कुमार मोहन ने बताया कि इस मामले में टेक्निकल एनालिसिस कर कुछ सबूत एकत्रित किए है। जांच में सामने आया कि सुनील कपूर पर जींद के सिविल लाइन थाना में वर्ष 2018 में 511, 506, 420, 406 आइपीसी व वर्ष 2022 में धारा 498 के तहत केस दर्ज है। इसके साथ ही किसी मामले में महिला शिकायतकर्ता व सुनील कपूर ने क्रॉस केस किए थे।

हालांक, यह कैंसिल हो गया था। यह केस सुनील कपूर दोबारा ओपन करवाना चाहता था, लेकिन महिला एसएचओ ने सबूतों के अभाव में इस ओपन नहीं किया था। इस मामले में एसएचओ को सस्पेंड करने के लिए भी शिकायत दी थी।

इसके साथ ही सुनील कुमार ने किसी अन्य व्यक्ति के सामने एसएचओ को देख लेने की धमकी दी थी। इस व्यक्ति के बयान भी लिए गए है। हालांकि इस व्यक्ति का नाम पुलिस ने उजागर नहीं किया है।

जींद सिविल लाइन थाना में एक महिला उप निरीक्षक ने केस दर्ज करवाया है। बताया कि एक इंटरनेट मीडिया चैनल पर जबरदस्ती वसूली व बदनाम करने की नीयत से उच्च अधिकारी पर महिला पुलिसकर्मियों के साथ अभद्र व्यवहार व यौन शोषण की शिकायत से संबंधित झूठी पोस्ट की है। पुलिस ने 308, 356, 61, 79 धाराओं में केस दर्ज किया था।

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