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स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 शुरू, थ्री आर के सिद्धांत पर कचरे से शहर की समृद्धि पर होगा फोकस

Swachh Survekshan 2023 स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 शुरू हो गया है। सिटी प्रोफाइल तैयार की जा रही है। जल्द ही इसे अपलोड किया जाएगा। इस बार अंक ज्यादा हैं। इस सर्वेक्षण का मुख्य फोकस कूड़े पर है तो उसके सेग्रीगेशन व डिस्पोजल को लेकर पूरा ध्यान रखा जाएगा।

By Rajesh KumarEdited By: Published: Mon, 11 Jul 2022 09:12 PM (IST)Updated: Mon, 11 Jul 2022 09:12 PM (IST)
Swachh Survekshan 2023: स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 शुरू हो गया है।

बहादुरगढ़, जागरण संवाददाता। स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 का अब तक परिणाम नहीं आया है लेकिन केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 शुरू कर दिया है। इस बार यह सर्वेक्षण तीन की बजाय चार राउंड का रखा है। 7500 के स्थान पर 9500 अंकों का होगा। स्वच्छ सर्वेक्षण की थीम कचरे से समृद्धि है। ऐसे में थ्री आर यानी रिसाइकल, रियूज व रिडयूस के सिद्धांत पर काम करते हुए कचरे से शहर की समृद्धि पर फोकस करना ही इस सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य है।

थीम के अनुरूप ही इस बार 48 प्रतिशत अंक यानी 4525 अंक अकेले सर्विस लेवल प्रोग्रेस यानी कूड़े को लेकर सेग्रीगेशन, प्रोसेसिंग व डिस्पोजल पर आधारित रहेंगे। 26 प्रतिशत यानी 2500 अंक सर्टिफिकेशन के होंगे और 26 प्रतिशत यानी 2475 अंक सिटीजन वाइस के होंगे।

बहादुरगढ़ के लिए कचरे का सेग्रीगेशन व डिस्पोजल सबसे बड़ी समस्या

शहर में करीब 100 टन कूड़ा हर रोज उठता है। इस कचरे को नया गांव स्थित डंपिंग स्टेशन पर ले जाया जाता है। घर-घर से कूड़े का सेग्रीगेशन होना चाहिए लेकिन वह नहीं हो पा रहा है। ऐसे में नगर परिषद के सामने इस सर्वेक्षण में यह सबसे बड़ी चुनौती है। इसके बाद डपिंग स्टेशन पर कूड़े के डिस्पोजल को लेकर भी बड़ी समस्या है। कूड़े के निस्तारण को लेकर रोहतक में प्लांट लगना था लेकिन अब तक यहां प्लांट नहीं लग पाया है। बहादुरगढ़ के कूड़े का डिस्पोजल भी वहीं पर होना था। ऐसे में कूड़े के डिस्पोजल की समस्या भी इस सर्वेक्षण में बनी रहेगी।

शहर के ये हैं वीक प्वाइंटस, करना होगा सुधार

- रोजाना सुबह-सवेरे जगह-जगह कचरे के ढेर नजर आना

- सड़कों के डिवाइडर के दोनों तरफ नियमित रूप से मिट्टी का उठान न होना

- शहर के बाजारों में सार्वजनिक शौचालयों का न होना

- शहर में हरियाली का अभाव

- शहर में सही ढंग से डोर टू डोर कूड़े का उठान न होना

- शहर के कई हिस्सों में हर रोज सफाई का न होना

शहर में सफाई व्यवस्था व कूड़े से संबंधित कुछ आंकड़ा

- शहर में करीब 115 कालोनी

- शहर की जनसंख्या करीब 2 लाख

- हर रोज करीब 100 टन कूड़ा होता है जनरेट

- डोर टू डोर कूड़ा उठाने के लिए 31 वार्डों के लिए 31 वाहन

- तंग गलियों से कूड़े का उठान करने के लिए आवश्यकता अनुसार रिक्शा

- नाइट स्वीपिंग, डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन, 10 वार्डों में सफाई कार्य व कूड़े के उठान आदि काम निजी हाथों में

- डंपिंग साइट पर पड़े लाखों टन कूड़े का चल रहा उपचार

बहादुरगढ़ शहर की वर्ष वार रैंकिंग

वर्ष                रैंकिंग

2021             120

2020             216

2019             228

2018             209

2017             353

मुख्य फोकस कूड़े पर है

स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 शुरू हो गया है। सिटी प्रोफाइल तैयार की जा रही है। जल्द ही इसे अपलोड किया जाएगा। इस बार अंक ज्यादा हैं। इस सर्वेक्षण का मुख्य फोकस कूड़े पर है तो उसके सेग्रीगेशन व डिस्पोजल को लेकर पूरा ध्यान रखा जाएगा।

-राजेश मलिक, सिटी टीम लीडर, स्वच्छ भारत मिशन, झज्जर।

सफाई व्यवस्था दुरुस्त कर दूंगी

स्वच्छता सर्वेक्षण में शहर को अव्वल स्थान दिलाने के लिए पूरे प्रयास किए जाएंगे। मैं चेयरपर्सन का कार्यभार संभालते ही सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने का प्रयास करूंगी। इस बारे में नगर परिषद के संबंधित अधिकारियों की बैठक भी लूंगी। शहर को स्वच्छ रखने में शहर के लोगों से भी आह्वान किया जाएगा।

सरोज राठी, चेयरपर्सन, नगर परिषद, बहादुरगढ़।


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