राखीगढ़ी की खोदाई पर पूरी दुनिया की निगाहें
ऐतिहासिक नगरी राखीगढ़ी का इतिहास में दर्ज होगा एक और पन्ना
By JagranEdited By: Updated: Sun, 12 Sep 2021 06:22 AM (IST)
फोटो : एक
-ऐतिहासिक नगरी राखीगढ़ी का इतिहास में दर्ज होगा एक और पन्ना सुनील मान, नारनौंद : हड़प्पा कालीन सभ्यता को लेकर राखीगढ़ी देश की सबसे बड़ी साइट है। इसकी खोदाई पर एक बार फिर पूरी दुनिया की नजरें हैं कि साइट से अब क्या-क्या अवशेष मिलेंगे जो कि इतिहास के पन्नों में दर्ज होंगे। यही नहीं, पहले खोदाई की गई साइट का भी डिस्प्ले बनाकर दुनिया के सामने रखा जाएगा। इसके बाद इस आईकानिक साइट पर पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी और राखीगढ़ी का महत्व देश के चुनिदा स्मारकों में शामिल होगा। विश्व के मानचित्र पर अंकित हिसार जिले का गांव राखीगढ़ी खोदाई के कारण एक बार फिर सुर्खियों में है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग दिल्ली यहां टीलों की खोदाई करेगा सबसे पहले टीले नंबर एक को चयनित किया गया है। इससे पहले भी इस टीले पर तीन अलग-अलग हिस्सों पर खोदाई हो चुकी है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की टीम टीले पर पुरानी खोदाई की गई साइट के साथ नई साइट पर भी खोदाई का काम करेगी। पुरानी साइट की मिट्टी टेस्ट के लिए लैब में भेजी जाएगी, ताकि मिट्टी खुली छोड़ने पर नष्ट ना हो उसके तापमान के अनुसार ही उस साइट को प्रोटेक्ट करके खुला छोड़ा जा सके। इस टीले का क्षेत्रफल करीब 10 एकड़ में फैला है। खोदाई के साथ टीले को पर्यटक हब के रूप में विकसित करने के लिए विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है। टीले के निचले हिस्से में समतल जगह पर एक बड़ा पार्क बना जाएगा। जिसके चारों तरफ फूलदार पौधे लगाए जाएंगे। पीने के पानी के लिए वाटर कूलर, शौचालय और बैठने के लिए कुर्सियां भी रखी जाएंगी। सबसे बड़ी साइट है राखीगढ़ी पूरे देश में हड़प्पा कालीन सभ्यता की करीब 16 सो साइट है और इन साइटों में सबसे बड़ी साइट राखीगढ़ी है। हरियाणा में हड़प्पा की अन्य साइटें हिसार में राखीगढ़ी लोहारी राघो, सिरसा, फतेहाबाद में बनवाली, कुणाल, रोहतक में फरवाना, भीराना और जींद में खेड़ा अलीपुरा हैं। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के संयुक्त महानिदेशक संजय मंजूल ने बताया कि खोदाई के बाद जो साइट खुली छोड़ी जाएगी उसकी अंदर की मिट्टी का टेस्ट करवा जाएगा उसके अनुसार ही उसको प्रोटेक्ट करने की योजना पर काम किया जाएगा।
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