Haryana News: हिसार सीट पर इस बार चौकोणीय मुकाबला, जानें BJP-JJP; INLD-कांग्रेस के मजबूत और कमजोर पक्ष
हिसार लोकसभा सीट राजनीतिक तौर पर भाजपा इनेलो जजपा के साथ ही कांग्रेस के लिए भी काफी अहम है। बीजेपी ने चौधरी देवीलाल के बेटे रणजीत चौटाला इनेलो ने पुत्रवधु सुनैना चौटाला तो वहीं पर जजपा ने नैना चौटाला को उम्मीदवार बनाया है। जबकि कांग्रेस ने तीन बार के सांसद जय प्रकाश को मैदान में उतारा है। आइये जानते हैं इन सभी का मजबूत और कमजोर पक्ष।
जागरण संवाददाता, हिसार। (Haryana Lok Sabha Election 2024 Hindi News) राजनीतिक रूप से हिसार सीट काफी अहम हैं। उप प्रधानमंत्री देवीलाल की विरासत को संभालने और उस पर दावा रखने वाले चौटाला परिवार के तीन सदस्य भाजपा, जजपा और इनेलो से आमने सामने हैं। कांग्रेस (Haryana Congress) प्रत्याशी भी देवीलाल की राजनीति विरासत पर अपना दावा ठोक रहे हैं।
भाजपा (Haryana BJP) ने जहां देवीलाल के बेटे रणजीत चौटाला, इनेलो ने पुत्रवधु सुनैना चौटाला और जजपा ने नैना चौटाला को मैदान में उतारा है। कांग्रेस से पूर्व सांसद एवं देवीलाल के समय में ग्रीन ब्रिगेड के अध्यक्ष रहे जय प्रकाश मैदान में है। यह सीट भाजपा के लिए काफी अहम भी है।
भाजपा ने 67 साल बाद पिछले चुनाव में जीता था। इस सीट पर चारों पार्टियों की तरफ से जाट समाज से आते हैं। इनके साथ अन्य समाज के मतदाताओं को अपनी और साधने के लिए हर पार्टी अपने नेताओं को चुनावी मैदान में उतारे हुए है।
देश की आजादी के बाद हिसार सीट पर 1952 में चुनाव शुरू हो गए थे। हिसार से पहले सांसद लाला अचिंत राम बने थे। कांग्रेस की टिकट से चुनाव लड़ते हुए 1957 में सांसद चुने गए थे। हिसार सीट पर क्षेत्रीय दल का कब्जा रहा। सीट पर जनता पार्टी, जनता दल से लेकर हविपा तक के सांसद बने थे।
सबसे ज्यादा बार कांग्रेस के 1952, 1957, 1967, 1971, 1984, 1991, 2004 में सांसद थे। इसके अलावा 1962 में संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी से मनीराम बागड़ी, जनता दल से 1977 में इंद्र सिंह श्योकंद, जनता पार्टी सेक्युलर से 1980 में मनीराम बागड़ी, जनता दल से 1984 में जय प्रकाश।
यह भी पढ़ें: Haryana News: झज्जर में CM सैनी मंच से दे रहे थे भाषण, तभी अचानक पंखों में लगी आग; पूरा पंडाल खाली
हरियाणा विकास पार्टी से 1996 में जय प्रकाश, इनेलो (INLD News) से 1998, 1999 में सुरेंद्र सिंह बरवाला, हजकां से 2009 से भजनलाल और 2011 से कुलदीप बिश्नोई सांसद बने थे। 2014 में इनेलो से दुष्यंत चौटाला और 2019 में बृजेंद्र सिंह सांसद बने थे।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।