कर्मचारियों को बताया कार्यालयों में किस प्रकार काम पेपरलेस किया जाए
लुवास विश्वविद्यालय में नवनियुक्त मैसेंजर के लिए आयोजित कंप्यूटर उपयोग व मूल्यांकन स्टेट पात्रता टेस्ट दस दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
जागरण संवाददाता, हिसार : लुवास विश्वविद्यालय में नवनियुक्त मैसेंजर के लिए आयोजित कंप्यूटर उपयोग व मूल्यांकन 'स्टेट पात्रता टेस्ट' दस दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मानव कल्याण संसाधन एवं प्रबंधन निदेशक एवं पाठ्यक्रम निदेशक डा. एसएस ढाका ने प्रशिक्षण की रूपरेखा का जिक्र करते हुए बताया कि कंप्यूटर उपयोग व मूल्यांकन (एसईटीसी) प्रशिक्षण का आयोजन 22 अगस्त से 31 अगस्त तक मानव कल्याण निदेशालय द्वारा कुलपति प्रो. डा. विनोद कुमार वर्मा के दिशानिर्देशन में आयोजित करवाया जा रहा है, इस प्रशिक्षण में लुवास के विभिन्न विभागों से परिचारक हिस्सा ले रहे हैं। प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान उन्हें उनके कार्यक्षेत्र में कंप्यूटर के उपयोग से संबंधित मौलिक जानकारी जैसे की एमएस वर्ड, एमएस एक्सेल, पावर प्वाइंट, ई मैलिग, इंटरनेट व लुवास ई गवर्नेंस और वो सभी कार्यों के बारे में बताया जाएगा, जिससे कार्यालयों में होने वाले कार्यों को अधिक से अधिक पेपरलेस किया जा सके। इस दौरान सभी प्रशिक्षणार्थियों को कंप्यूटर एप्लीकेशन के बारे में विभिन्न विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान दिए जाएंगे। मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के कुलसचिव एवं पशुचिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता डा. गुलशन नारंग ने अपने संबोधन में कहा कि वर्तमान परिपेक्ष में कंप्यूटर तकनीक का उपयोग दैनिक प्रशासनिक कार्यों में अत्यधिक बढ़ गया है जोकि कार्यक्षमता को बढ़ाने, समय का सदुपयोग, कार्यालयों में घटती कर्मचारियों की संख्या के अनुरूप आवश्यक भी है। डा. गुलशन नारंग, निदेशक एचआरएम एवं पाठ्यक्रम निदेशक डा. एसएस ढाका व पाठ्यक्रम समन्वयक डा. शरणगौड़ा बी ने प्रशिक्षण कार्यक्रम की मैनुअल बुक भी लांच की जिसमें इस कार्यक्रम के दौरान कराए जाने वाली क्रियाओं की विस्तृत जानकारी है। पाठ्यक्रम समन्वयक डा. शरणगौड़ा बी ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।