जागरण संवाददाता, हिसार: अग्रसेन भवन के पास लगने वाले एक निजी ट्रेड फेयर में भूतिया घर देखने के दौरान सात वर्ष के एक बच्चे की बाई आंख में नुकीली चीज से चोट लगने पर कॉर्निया फट गया और आंख बाहर की तरफ निकल आई।
बच्चे को डॉक्टर के पास लेकर गए तो चिकित्सक ने कहा कि बच्चे की आंख निकालनी पड़ेगी, जिससे रोशनी भी जा सकती हैं।
फिलहाल जिंदल अस्पताल में डॉक्टर ने बच्चे का ऑपरेशन किया है। जिससे हालत स्थिर बनी हुई है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए 12 क्वार्टर के रहने वाले राजेश कुमार ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 27 जून को उसके भाई का बेटा हिमांशु अपनी मां के साथ अग्रसेन भवन के पास लगने वाला ट्रेड फेयर देखने गया था।
ट्रेड फेयर में जब वह भूतिया घर देखने गया तो वहां काफी अंधेरा था। वहां अंदर जाते ही एक स्टाफ कर्मी का धक्का लगने से उसका भतीजा हिमांशु गिर गया और उसकी आंख में कोई कील घुस गई, जिससे आंख का शीशा फट गया। जिसके बाद उसे नागरिक अस्पताल में लेकर गए। वहां से डाक्टरों ने अग्रोहा मेडिकल कालेज में रेफर कर दिया। लेकिन उन्होंने हिमांशु को जिंदल अस्पताल में दाखिल करवा दिया।
वहां डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे की आंख में ज्यादा चोट लगी है। बच्चे की आंख की रोशनी नहीं आएगी। वहीं, आंख भी निकालनी पड़ सकती है। आरोप है कि ट्रेड फेयर के मालिक व स्टाफ की लापरवाही के कारण ही यह हादसा हुआ है। सिटी थाना पुलिस ने ट्रेड फेयर मालिक व स्टाफ के खिलाफ धारा 337 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
बच्चे को मिली अस्पताल से छुट्टी
मामले में हिमांशु के ताऊ राजेश ने बताया कि हिमांशु के पिता आटो चालक है। हिमांशु की बाई आंख में गहरी चोट आई थी। फिलहाल उसे ऑपरेशन कर अस्पताल से छुट्टी दी गई है। हालांकि अभी आंख पूरी तरह से ठीक नहीं है।
यह होता है कॉर्निया
कॉर्निया आंखों का वह पारदर्शी भाग होता है जिस पर बाहर का प्रकाश पड़ता है और उसका प्रत्यावर्तन होता है। यह आंख का लगभग दो-तिहाई भाग होता है, जिसमें बाहरी आंख का रंगीन भाग, पुतली और लेंस का प्रकाश देने वाले हिस्से होते हैं।
मामले में नेत्र रोग विशेषज्ञ, नागरिक अस्पताल, हिसार डॉ. रिपनजीत कौर का कहना है कि,
बच्चे को नागरिक अस्पताल में लाया गया था। यहां उसका चेकअप किया गया था। बच्चे की आंख का कॉर्निया पूरी तरह से फट गया था। आंख निकल कर बाहर की तरफ आ गई थी। किसी नुकीली चीज से चोट लगी थी।