रात का रिपोर्टर : रात ढलते ही सब्जी मंडी में शुरू हो जाती हैं सुबह की तैयारी, पहुंचने लगती हैं सब्जियां
-रात को बिजली गुल होने से लोगों को झेलनी पड़ रही गर्मी
जागरण संवाददाता,झज्जर : रात ढलते ही सब्जी मंडी में सुबह की तैयारियां आरंभ कर देते हैं। सब्जियां लेकर किसान व अन्य मंडी में पहुंच जाते हैं, ताकि सुबह लोगों को ताजा सब्जियां उपलब्ध रहें। खासकर आसपास के किसान सब्जियों को मंडी में रात के समय ही पहुंचाते हैं। कुछ ऐसा ही नजारा शनिवार रात को देखने में आया। जब दैनिक जागरण की टीम रात का रिपोर्टर कार्यक्रम के तहत सब्जी मंडी पहुंची। इस दौरान पिकअप व ट्रैक्टर में सब्जियां लेकर किसान पहुंचे हुए थे। इसके अलावा आढ़ती व मजदूर भी मंडी में मौजूद मिले, जो सब्जियों को उतारने में जुटे हुए थे। सामान्यत: आसपास के किसान, जो सब्जियां उगाते हैं, वे रात के समय ही सब्जी लेकर मंडी पहुंचते हैं। क्योंकि दिन में तो मंडी खुलने के कारण अन्य ग्राहकों की भीड़ रहती है। हर रोज सुबह ग्राहकों को सब्जियां चाहिए, जिसकी पूर्ति किसान करते हैं। आसपास के एरिया में उगाई जाने वाली हरी सब्जियों को लंबे समय तक सुरक्षित भी नहीं रखा जा सकता। इसलिए रात को सब्जियां मंडी में पहुंचती है और सुबह से ही बिकनी आरंभ हो जाती है।
इधर, रात के समय बिजली के कट भी लोगों को परेशान करते हैं। जैसे ही बिजली के कट लगते हैं, तो शहर में अंधेरा छा जाता है। सड़कों पर जलने चाली लाइटें बंद होने के कारण सड़क भी अंधेरे में डूब जाती है। वाहन चालकों को भी हेड लाइट की रोशनी में ही सफर करना पड़ता है। ऐसी ही स्थिति शनिवार रात को देखने को मिली। जब रात के समय दो-तीन बिजली के कट लगे। ऊपर से गर्मी का मौसम होने के चलते बिजली कट लोगों की परेशानी और अधिक बढ़ा रहे हैं। रात के समय बिजली कट केवल शनिवार को ही नहीं लगे। यह सिलसिला पिछले कई दिनों से निरंतर जाती है। गर्मी के मौसम में लोगों को बिजली की सबसे अधिक जरूरत होती है, ताकि वे एसी, कूलर व पंखे आदि चला सके। लेकिन बिजली के कट लोगों के लिए किसी परेशानी से कम नहीं हैं। साथ ही रात के समय शहर में भारी वाहनों का भी आवागमन बढ़ जाता है, खासकर मुख्य मार्गों पर। सड़कों पर दौड़ते भारी वाहनों को देखते हुए लोग रात को घरों से बाहर निकलना भी कम पसंद करते हैं।