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अयोध्या, गुजरात और राजस्थान के लाखों घरों को जगमग करेंगे हरियाणा की मिट्टी से बने दीये, पढ़ें क्या है ऐसा खास

अयोध्या में 22 जनवरी को राम लला (Ram Lala) विराजमान हो रहे हैं प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देश विदेश में तैयारियां जोरों पर है। उत्तर प्रदेश के अयोध्या गुजरात व राजस्थान के कारोबारियों ने पिछले कई दिनों से यहां पर डेरा डाला हुआ है। ऐसे में दीयों का दाम भी पहले से बढ़ा हुआ है। लेकिन डिमांड कम नहीं है।

By Amit Popli Edited By: Preeti Gupta Updated: Fri, 12 Jan 2024 02:38 PM (IST)
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अयोध्या, गुजरात और राजस्थान के लाखों घरों को जगमग करेंगे हरियाणा की मिट्टी से बनें दीए

अमित पोपली, झज्जर। Haryana News: अयोध्या में 22 जनवरी को राम लला (Ram Lala) विराजमान हो रहे हैं, प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देश विदेश में तैयारियां जोरों पर है। एक अमिट छाप छोड़ने के लिए हर व्यक्ति और संस्था अपने अपने स्तर पर प्रयास कर रहे हैं।

दीपावली के बाद भी मिला दीयों को बनाने का ऑर्डर

कहीं से सबसे बड़ी अगरबत्ती पहुंचाई जा रही है तो कहीं से माला, कही पर मूर्तियां बन रही है तो किसी स्थान पर दीएं। ऐसे में झज्जर भी अछूता नहीं है। शहर की छावनी क्षेत्र की रहणिया कॉलोनी के कुंभकारों के जीवन में ऐसा पहली दफा हुआ है कि दीपावली के बाद भी दीयों को बनाने के ऑर्डर उनके पास सबसे ज्यादा है।

दीयों का दाम बढ़ा

उत्तर प्रदेश के अयोध्या, गुजरात व राजस्थान के कारोबारियों ने पिछले कई दिनों से यहां पर डेरा डाला हुआ है। दिन और रात दीयों की डिमांड को पूरा करने के लिए ग्रामीण अंचल तक में काम चल रहा है। सर्दी का सीजन होने की वजह से पकाई का खर्च बढ़ गया है। ऐसे में दीयों का दाम भी पहले से बढ़ा हुआ है। लेकिन, डिमांड कम नहीं है। 17 जनवरी तक यहां से अन्य प्रदेशों के लिए लाखों दीयों से भरी गाड़ियां बाहर भेजी जाएगी। इधर, भगवान श्री राम की मिट्टी से बनी मूर्तियों एवं राम दरबार का स्टाक भी खत्म हो गया है।

कुंभकारों के यहां एकत्रित हो रहा स्टॉक

स्थानीय कारोबारी जैकी खोहाल बताते है कि ऐसा अनुभव जीवन में पहली दफा हो रहा है कि रोशनी के लिए सिर्फ दीयों का इस्तेमाल होना है। डिमांड को पूरा करने के लिए गांव स्तर पर कुंभकारों के परिवार जुटे हुए हैं। स्थिति यह है कि पिछले एक सप्ताह से नए ऑर्डर भी नहीं लिए जा रहे।

धूप न निकलने से बढ़ा पकाई का खर्च 

अलग-अलग क्षेत्रों में देश के विभिन्न हिस्सों में गाड़ियों से माल सप्लाई हो रहा है। हालांकि, धूप नहीं निकलने की वजह से दिक्कत हो रही है। जिसकी वजह से पकाई का खर्च भी बढ़ गया है। मौजूदा समय में दीपावली से भी ज्यादा माल यहां से सप्लाई हुआ है।

हरियाणा के दीयों में क्या है खास? 

कहा जा सकता है कि हरियाणा की मिट्टी से बने दीयों से लाखों घर जगमग होंगे। बता दें कि हरियाणा की मिट्टी की खासियत यह है कि इसमें रिसाव शुरू नहीं होता। बनावट में खासियत होने की वजह से तेल भी बाहर नहीं निकलता और ना ही सोंखता है।

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हर घर जलेंगे खुशियों के दीप

जैसा कि पत्रक में हर घर दीप जलाने का आह्वान हो रखा है। ऐसे में मिट्टी के दीये से दीपक जलेंगे, हर घर में रोशनी होगी। कुंभकार राम निवास बताते है कि उनको यह विश्वास है कि इस बार उनके घूमते चाक से उतरने के बाद दीपक उनके घर में भी खुशियां लाएंगे।

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