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हाय रे महंगाई: सब्जियों के दाम बेकाबू, रुला रहे प्याज के दाम, प्लेट से गायब हो रहे आलू

झज्जर में सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। सरकारी प्रयासों के बावजूद प्याज 65 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। आलू और टमाटर के दाम भी बढ़े हैं। बारिश के कारण सब्जियों की आवक कम होना इसका मुख्य कारण है। सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि मंडी में सन्नाटा पसर गया है और उनकी आय घट गई है। ग्राहक भी महंगाई से परेशान हैं।

By Rahul Kumar Tanwar Edited By: Sushil Kumar Updated: Sat, 07 Sep 2024 04:26 PM (IST)
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सब्जियों के दाम बेकाबू, रुला रहे प्याज के दाम।

जागरण संवाददाता, झज्जर। दिल्ली एनसीआर एरिया में केंद्र सरकार ने प्याज की बिक्री 35 रुपये प्रति किलो की रियायती दर पर शुरू की है। यह प्याज मोबाइल वैन और नेशनल को-आपरेटिव कंज्यूमर्स फेडरेशन आफ इंडिया लिमिटेड की दुकानों से बेचा जा रहा है।

यह कदम सरकार ने प्याज की बढ़ती कीमतों को कम करने के लिए उठाया है। लेकिन दिल्ली से सटा होने के बावजूद झज्जर शहर की सब्जी मंडी सहित एरिया में इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। दिल्ली के मुकाबले यहां प्याज के दाम दोगुने के बराबर है। जबकि, स्थानीय लोगों को जायज दामों पर प्याज की दरकार है।

रुला रहे प्याज के दाम

मंडी आढ़ती संजय मक्कड़ ने बताया कि झज्जर मंडी में जहां एक महीने पहले प्याज का भाव 50 से 52 रुपये प्रति किलो था, वहीं, अब बरसात के बाद इसका मूल्य बढ़कर 60 रुपये प्रति किलो तक चला गया है। दिल्ली में प्याज का भाव 35 रुपये किलो हो गया है, यह जानकारी अभी तक मंडी में किसी आढ़ती के पास नहीं आई है। वैसे मंडी आढ़ती प्याज को नासिक से मंगवाते है।

उसके बाद झज्जर मंडी में बेचते है। दिल्ली एनसीआर के साथ लगते झज्जर में प्याज के रेट में कोई कमी नहीं आई है। अगर सब्जी मंडी के अलावा बाजार मूल्य की बात करें तो वहां प्याज 65 रुपये प्रति किलो में बिक रहा है। शुक्रवार को झज्जर सब्जी मंडी में प्याज के दाम में कोई गिरावट नहीं आई। आगामी दिनों में शायद प्याज के दाम कम होने की उम्मीद है।

क्या बोले सब्जी विक्रेता

झज्जर सब्जी मंडी के एक विक्रेता ने चंद्रशेखर ने बताया जो सब्जियां बरसात से पहले 10 से 15 रुपये में बिकती थीं, वे अब 25 से 30 रुपये में मिल रही हैं। एक महीने पहले मंडी में आलू 70 रुपये का ढाई किलो था, जो अब 90 में ढाई किलो बेचा जा रहा है। प्याज जो 50 रुपये किलो में बेची जा रही थी, उसका मूल्य भी बढ़कर 60 रुपये तक चला गया है। बाजार में इन सब्जियों के दाम और भी ज्यादा है। इस साल तेज गर्मी और बारिश में देरी के कारण कीमतों में उछाल आया है।

कीमतों में हुई तेजी से बढ़ोतरी 

बरसात शुरू होने के बाद सब्जियों की कीमतों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। तकरीबन हर वर्ष ही इस दौरान सब्जियों के दाम में बढ़ोतरी देखने को मिलती है, लेकिन इस बार कुछ सब्जियों के दाम कई गुना तक बढ़ गए हैं। सब्जी विक्रेता करण चंचल ने बताया कि मटर, प्याज व आलू के दाम में अधिक बढ़ोत्तरी हुई है।

झज्जर सब्जी मंडी में मटर 160, टिंडा 100, बंद गोभी 60, प्याज 60, आलू 40, भिंडी 40 रुपये प्रति किलो आदि में मिल रही है। बरसात के बाद सब्जी मंडी में सब्जियों के दाम में उछाल आता है।

दाम बढ़ने से मंडी में सन्नाटा

सब्जियों के बढ़े दाम का असर शहर की सब्जी मंडी में साफ नजर आ रहा है। सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि सब्जियों के दाम बढ़ने से मंडी में सन्नाटा पसर गया है। इससे उनकी आय पर भी प्रभाव पड़ा है, जो काफी कम हो गई है।

सब्जियों के दाम काफी बढ़ गए हैं, पहले 300 रुपये में पांच से छह प्रकार की सब्जियों की खरीददारी हो जाती है। अब इतने में केवल तीन सब्जियां ही खरीदी जा रही है। जो मुश्किल से तीन दिन चलती है।

- उमेश खनेजा, ग्राहक

सीजन के अनुसार सब्जियों के दाम में बढ़ोतरी होती है। हर सीजन में बिकने वाली कुछ सब्जियों के दाम बढ़े है। दूसरे सीजन की सब्जियां जैसे गाजर इनके दाम काफी ज्यादा है।

- मोनू जून, ग्राहक