पिता ने मांग रखते हुए कहा है दोषी को सजा ए मौत होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आरोपित ने एक नहीं कई परिवारों को खत्म कर दिया।
आज पोस्टमार्टम की उम्मीद
बता दें कि, निक्की यादव का आज राजधानी दिल्ली में पोस्टमार्टम होने की उम्मीद है। स्वजन सुबह 8 बजे के करीब दिल्ली के लिए रवाना हो चुके है।पिता ने नम आंखों से इंसाफ की गुहार लगाई है। निक्की का अंतिम संस्कार गांव खेड़ी खुम्मार में ही किया जाएगा।
टूट गया परिवार
पिता ने बताया कि आखिरी बार निक्की करीब एक माह पहले घर आई थी। मौत की सूचना से घर में मातम छाया हुआ है। दादा दादी गहरे सदमे में है। निक्की के पिता सुनील दत्त की गुरुग्राम में वर्कशाप है। करीब दो दशक से वह इस कारोबार में है। जबकि 10-12 साल पहले वह नजफगढ़ में शिफ्ट हो गए थे।
कोविड के दौर में परिवार गांव वापस लौटा था। निक्की से छोटी बहन निधि भी दिल्ली में पढ़ाई कर रही है। जबकि, छोटा भाई कक्षा आठ का विद्यार्थी है। इधर, बेटी की हत्या होने के साथ जिस तरह की कहानी सामने आई है उससे पिता एवं चाचा गहरे सदमे में है।
क्या है पूरा मामला
महरौली इलाके में हुए श्रद्धा हत्याकांड को लोग भूल भी नहीं पाए थे कि इसी तरह की एक और वारदात सामने आ गई। युवक ने शादी के लिए दबाव बनाने पर अपनी लिव-इन पार्टनर निक्की यादव की हत्या कर दी और शव को फ्रिज में छिपा दिया।
यह भी पढ़ें Delhi Murder Case: 'साथ जी नहीं सकते... साथ मर तो सकते हैं', निक्की ने साहिल के सामने रखी थीं 3 शर्तें साहिल गहलोत ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उसकी शादी तय होने की बात पता चलने पर निक्की ने उससे कहा था कि हम दोनों साथ जी नहीं सकते हैं, लेकिन एक साथ जान तो दे सकते हैं। नौ फरवरी की रात इस बात पर दोनों में काफी देर तक बहस हुई।
निक्की ने कहा कि तुम्हारे पास तीन रास्ते हैं। मुझसे शादी कर लो, परिवार द्वारा तय रिश्ता तोड़ दो या हम दोनों एक साथ जान दे दें। साहिल ने कहा कि वह इन तीनों में से कुछ भी नहीं कर सकता। इस पर दोनों में तीखी बहस होने लगी। इसी बीच साहिल ने मोबाइल डाटा केबल से गला घोंटकर निक्की की हत्या कर दी।
ढाबे के फ्रिज में छिपाई लाश
साहिल ने कार में ही मोबाइल फोन के डाटा केबल से गला घोंटकर निक्की की हत्या कर दी। साहिल शव लेकर मित्राऊं गांव पहुंचा। मित्राऊं व कैर गांव के बीच सुनसान इलाके में खाली प्लाट पर उसका ढाबा है। उसने ढाबे में रखे फ्रिज को खाली कर निक्की का शव उसमें छिपा दिया। उसने ढाबे पर बाहर से ताला लगाकर चाबी अपने पास रख ली। वहां से वह अपने घर चला गया और 10 फरवरी को शादी कर ली।