सोनीपत में जवानों की हत्या के बाद बदमाश अमित ने घर आकर खाना खाया और सोता रहा दिनभर
सोनीपत में पुलिस जवानों की हत्या के बाद बदमाश अमित ने घर आकर खाना खाया और फिर दिनभर सोता रहा। हालांकि बाद में हरियाणा पुलिस ने उसे मुठभेड़ में मार गिराया।
By Kamlesh BhattEdited By: Updated: Thu, 02 Jul 2020 12:10 PM (IST)
जेएनएन, जींद। सोनीपत के बुटाना में सोमवार रात दो पुलिस जवानों की हत्या में शामिल रहे जींद की अजमेर बस्ती निवासी बदमाश अमित को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था। जवानों की हत्या के बाद वह मंगलवार सुबह आठ बजे ही घर पहुंच गया था। पहले उसने खाना खाया और उसके बाद पूरे दिन वह सोता रहा। मंगलवार शाम को फोन आने के बाद वह उठकर रोहतक रोड पर गया था। वह रोज रोहतक रोड पर जिम में जाता था।
अमित के घर से निकलने के थोड़ी ही देर के बाद सोनीपत सीआइए की टीम उसके घर पर आई और उसके पिता राजकुमार को उठाकर ले गई। थोड़ी ही देर के बाद पता चला कि अमित को रामनगर में पुलिस ने एनकाउंटर में मार दिया गया। एनकाउंटर का पता चलने के बाद भी स्वजन अस्पताल में नहीं पहुंचे। 17 घंटे के बाद परिवार का कोई भी सदस्य अस्पताल में नहीं आने पर बुधवार दोपहर शहर थाना पुलिस उनके घर अजमेर बस्ती में गई। जहां पर स्वजनों से बातचीत की और अस्पताल में लेकर आए। उसके परिवार के लोगों ने अमित के शव की शिनाख्त की। अमित के शव का पोस्टमार्टम करवाने के लिए एसडीएम सत्यवान मान को ड्यूटी मजिस्ट्रेट बनाया गया। उन्होंने शव का पोस्टमार्टम चिकित्सकों के बोर्ड से करवाने व वीडियोग्राफी करवाने के आदेश दिए। उसके बाद शव का पोस्टमार्टम करा स्वजनों को सौंपा।
मृतक अमित के पिता राजकुमार ने बताया कि वह ई-रिक्शा चलाता है। मंगलवार शाम को अनूपगढ़ गांव की बुकिंग करके घर लौटा ही था कि पुलिस की तीन-चार गाडिय़ां आकर रुकी। पुलिस ने अमित के बारे में पूछा तो उसकी मां गीता ने घर पर होने से मना कर दिया। पुलिस ने अमित का फोटो मांगा तो उसने दे दिया। पिता ने कहा कि पुलिसकर्मियों ने उसे जबरदस्ती उठाकर गाड़ी में डाल लिया। उसकी कमर में बंदूकों के बट मारे।
इस दौरान पुलिस कर्मी कह रहे थे कि इसे पानीपत सीआइए में ले चलो। जब पुलिस कर्मी उसे लेकर पुरानी अनाज मंडी के पास पहुंचे ही थे कि उनके पास सूचना पहुंच गई कि अमित का एनकाउंटर हो गया। इसके बाद पुलिस कर्मियों ने एसपी कोठी के सामने धक्का मारकर नीचे उतार दिया।
पिता ने आरोप लगाया कि गाड़ी से नीचे उतारने से पहले पुलिस कर्मियों ने उसकी ई-रिक्शा के किश्त के साढ़े 14 हजार रुपये निकाल लिए। पैसे निकालने के बारे में एसपी कोठी के सामने तैनात पुलिस कर्मियों को बताया तो सिविल लाइन थाने में शिकायत देने के लिए कहा। जब वह सिविल लाइन थाने में गया तो रोहतक रोड चौकी में शिकायत देने के लिए कहा।
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