शादी के करीब 7 साल बाद वायरल हुआ शादी का ये कार्ड, अजीबोगरीब क्रिएटिविटी
हरियाणवीं भाषा का एक शादी का कार्ड तेजी से वायरल हो रहा है। शादी का ये कार्ड साढ़े सात साल पुराना है। जींद के रहने वाले परिवार ने इस कार्ड को हरियाणवीं भाषा में छपवाया गया था। यूजर इस कार्ड को काफी पसंद कर रहे हैं।
By Dharmbir SharmaEdited By: Anurag ShuklaUpdated: Wed, 30 Nov 2022 05:43 PM (IST)
जींद, जागरण संवाददाता। आपने अंग्रेजी व हिंदी भाषा में अनेक शादी कार्ड देखे होंगे, लेकिन हरियाणवी बोली में सात साल पहले छपा एक शादी कार्ड लोगों को इस कद्र मन भा रहा है कि यह फिर से इंटरनेट मीडिया पर वायल हो रहा है। शादी कार्ड में जिस प्रकार निमंत्रण दिया गया है और शादी के कार्यक्रम को दर्शाया गया है, वह हर किसी के मन को भा रहा है।
हैबतपुर गांव निवासी सुनील की शादी 2015 में हुई थी। सुनील के परिवार उनके दिमाग में इस प्रकार की बात नहीं आई, लेकिन उनके भाई ने कहा कि शादी का कार्ड हरियाणवी बोली में छपवाएंगे। इस पर उन्होंने भी सहमति दे दी। बाद में जब कार्ड छप कर आया तो यह सभी को भाया। इसके बाद जिसके भी हाथ में कार्ड गया, उसी ने इसकी सराहना की। हालांकि शादी को सात साल से अधिक का समय बीत गया है, लेकिन शादी का यह कार्ड आज भी चर्चाओं में है।
ऐसे छपा है कार्ड
कार्ड में सबसे पहले गणेश महाराज जी की जय लिखा है। दूल्हा के नाम के आगे छोरा व दुल्हन के नाम के आगे छोरी लिखा गया है। इसमें पता, शादी का कार्यक्रम, दिन-तारीख भी हरियाणवी अलग तरीके से लिखी गई हैं। कार्यक्रम से पहले लिखा गया है कि "न्यू चालैगा प्रोग्राम" खाने लिए हरियाणवी लहजे में लिखा है कि खाणे पर टूट पड़न का टेम। घुड़चढ़ी पर काफी डांस किया जाता है। ऐसे में इसको लिखा है छड़दम तारण का टेम। यह शब्दावली काफी पसंद की जा रही है।
सेना में कार्यरत है सुनील
सुनील ने बताया कि वह सेना में कार्यरत है और फिलहाल वे जम्मू-कश्मीर में तैनात हैं। सुनील के अनुसार जिस समय 2015 में शादी हुई, तब घर पर ही थे। जब अपने दोस्तों को यह कार्ड दिया तो सभी ने काफी पसंद किया। यहां तक की ससुराल पक्ष के लोगों और उसकी पत्नी ने भी कार्ड की तारीफ की।
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