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'झुका हुआ जाट और टूटी हुई खाट किसी काम की नहीं'; पहलवानों के मुद्दे को उपराष्ट्रपति से जोड़ा; ये क्या बोल गए चौधरी उदयभान

Haryana Politics हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष चौधरी उदयभान और उनके द्वारा की जाने वाली विवादित टिप्पणियों का एक दूसरे से गहरा और पुराना नाता है। चौधरी उदयभान ने एक बार फिर से विवादित टिप्पणी की है और इस बार उन्होंने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पर बयान दिया है। इससे पहले वो पीएम मोदी सीएम मनोहर लाल और भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर भी विवादित टिप्पणी कर चुके हैं।

By Dharmbir Sharma Edited By: Monu Kumar JhaUpdated: Tue, 26 Dec 2023 12:58 PM (IST)
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Haryana News: भूपेंद्र सिंह हुड्डा की लगातार परेशानी बढ़ा रहे प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान।
जागरण संवाददाता, जींद।  हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष चौधरी उदयभान(Congress President Chaudhary Udaybhan) और उनके द्वारा की जाने वाली विवादित टिप्पणियों का एक दूसरे से पुराना नाता है। चौधरी उदयभान एक के बाद एक विवादित टिप्पणियां कर जहां पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा(Bhupinder Singh Hooda) की मुश्किलें बढ़ा रहे हैं।

वहीं भाजपा नेताओं के निशाने पर हैं। अब उन्होंने एक बार फिर जींद में विवादित बयान दिया है। उदयभान के यह विवादित बोल उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़( Vice President Jagdeep Dhankhar) को लेकर हैं, जिसमें उन्होंने कहा कि झुका हुआ जाट और टूटी हुई खाट किसी काम के नहीं होते।

भाजपा ने इसे मुद्दे की तरह लपका

चौधरी उदयभान के इस विवादित बयान के बाद भाजपा(Haryana BJP) ने इसे तुरंत लपक लिया और प्रदेश अध्यक्ष पर हमलों की बौछार लगा दी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल(CM Manohar Lal) के चीफ मीडिया कार्डिनेटर सुदेश कटारिया ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का अपने लोगों पर कोई कंट्रोल नहीं रह गया है।

पीएम मोदी और सीएम मनोहर पर भी कर चुके विवादित टिप्पणी

वे हुड्डा के इशारे पर ही संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों पर टिप्पणियां करते हैं। इसके लिए हुड्डा और उदयभान दोनों को उप राष्ट्रपति से माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी(PM Narendra Modi) और मुख्यमंत्री मनोहर लाल के खिलाफ भी विवादित बयान दिया था।

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जिसे मेरे बयान से आपत्ति, वह कोर्ट का दरवाजा खटखटाए-उदयभान

उदयभान कहते रहे कि जिसे उनके बयान पर आपत्ति है, वह कोर्ट का दरवाजा खटखटाए, लेकिन बाद में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के दबाव के चलते कहा कि उनकी भावना किसी का दिल दुखाने का नहीं थी और उनके बयान से किसी की भावनाएं आहत हुई हैं तो वह अपने शब्द वापस लेते हैं।

खुद के नेता पर भी दे चुके बयान

चौधरी उदयभान ने एक बार अपने नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा के फैसले पर ही अंगुली उठा दी थी। हुड्डा ने ब्राह्मण सम्मेलन में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि वे ब्राह्मण को उप मुख्यमंत्री बनाएंगे। इसके बाद चौधरी उदयभान ने हुड्डा के फैसले पर प्रश्नचिन्ह उठाते हुए कहा कि सिर्फ ब्राह्मणों की ही बात क्यों की जा रही है।

हालांकि बाद में उन्होंने इसमें जोड़ा कि बाकी जातियों के लोगों को भी उप मुख्यमंत्री बनने का मौका दिया जाना चाहिए। उदयभान के इस बयान से हुड्डा को काफी परेशानी उठानी पड़ी थी। सोमवार को जींद में कांग्रेस नेता प्रमोद सहवाग के आवास पर पत्रकारों से बातचीत में उदयभान ने कहा कि संसद में उपराष्ट्रपति कहते हैं कि मैं किसान व जाट का बेटा हूं।

पहलवानों के मुद्दे को उपराष्ट्रपति से जोड़ कही ये बात

उपराष्ट्रपति संवैधानिक पद है और वह प्रधानमंत्री से बड़ा है। वह किसी जाति से बंधा हुआ नहीं है। अगर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ जाति से सोच रहे हैं तो उस दिन सोचना चाहिए था जिस दिन किसान 13 माह तक दिल्ली में धरने पर बैठे रहे और 750 किसानों की जान गई थी।

उसमें से भी 80 प्रतिशत किसान जाट थे। राकेश टिकैत भी जाट हैं, जिनके किसान आंदोलन के दौरान आंखों से आंसू निकले थे। पहलवान साक्षी मलिक भी जाट है, जब साक्षी मलिक प्रेसवार्ता कर रही थी, हमारी आंखों में भी आंसू आ गए थे, उस समय उपराष्ट्रपति को नहीं लगा कि वह भी जाट हैं।

उदयभान ने कहा कि उपराष्ट्रपति यह सब राजनीति के लिए कर रहे हैं। जनता की आवाज को उठाने वाले सांसदों को संसद से बाहर किया जा रहा है, लेकिन जिन लोगों को जवाब देना हैं, उनको अंदर बैठाया जा रहा है। संविधान को बचना है तो जनता को एकजुट होकर लड़ाई लड़नी पड़ेगी।

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