किसानों ने 11 को ट्रेन रोकने के लिए बनाए 29 प्वाइंट, आर-पार की लड़ाई का किया एलान
52 डी के जमीन अधिग्रहण में उचित मुआवजे की मांग को लेकर धरने पर बैठे किसानों ने 11 जून को रेल रोकने के लिए रणनीति तैयार की।
संवाद सूत्र, जुलाना : 152 डी के जमीन अधिग्रहण में उचित मुआवजे की मांग को लेकर धरने पर बैठे किसानों ने 11 जून को रेल रोकने के लिए रणनीति तैयार की। जिसमें पूरे प्रदेश में 29 प्वाइंट तय किए गए हैं, जहां रेल रोकने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। किसान नेता रमेश दलाल के नेतृत्व में चल रहे आंदोलन में किसानों ने 26 मई को महापंचायत कर सरकार को 11 जून तक का अल्टीमेटम दिया हुआ है। किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर 11 जून तक किसान आंदोलन की मांगें पूरी नहीं हुई तो किसान हरियाणा से गुजरने वाली पंजाब की सभी रेलों को रोक देंगे। ऐसे में जहां प्रशासन अपनी तैयारियों में जुट गया है वही किसानों ने भी आरपार की लड़ाई लड़ने का मन बना लिया है।
धरने पर किसानों को संबोधित करते हुए रमेश दलाल ने कहा कि सरकार 11 जून को जुलाना में भारी पुलिस बल तैनात कर आंदोलन को रोकने की कोशिश कर सकती है। इसलिए किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से निपटने के लिए पूरे हरियाणा में रेल रोकने के लिए 29 प्वाइंट बनाए हैं। विभिन्न किसान संगठनों व गांवों ने इन प्वाइंट पर रेल रोकने की जिम्मेदारी ली है। किसानों का कहना है कि यह न्याय की लड़ाई केवल जुलाना व दादरी के किसानों तक सीमित नहीं है बल्कि यह पूरे हरियाणा का आंदोलन है। रमेश दलाल ने बताया कि भटिडा रेल के लिए बहादुरगढ़ से हिसार के बीच में आठ, फाजिल्का रेल के लिए दादरी से हिसार के बीच में नौ व लुधियाना रेल के लिए रोहतक वाया जुलाना से नरवाना के बीच सात प्वाइंट बनाये गए हैं, जहां किसान 11 जून को पंजाब जानी वाली रेलों को रोकेंगे। अगर पुलिस बल तैनाती के कारण पंजाब जाने वाली रेलों को किसान रोकने में सफल नहीं हो पाए तो ऐसी स्थिति के लिए फरीदाबाद बॉर्डर से होडल के बीच भी पांच प्वाइंट तय किए गए है जहां रेलों को रोका जाएगा। इस मौके पर डॉ. सुरेश अहलावत, दिहाड़ी, बिजेंद्र शास्त्री, जोनी राठी, राजेन्द्र, अनिल, अजीत, जापान, अमीर सिंह मौजूद रहे।