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सरकार जानबूझकर सार्वजनिक उपक्रमों को कर रही बदनाम : उग्राहां

नरवाना के बदोवाल टोल धरने पर बुधवार को जोगिद्र सिंह उग्राहां पहुंचे और कहा कि हमने पंजाब में कुर्की रुकवाई थी। हमने हमेशा जनता के मुद्दों को सड़क पर लड़ा है।

By JagranEdited By: Updated: Thu, 19 Aug 2021 08:45 AM (IST)
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सरकार जानबूझकर सार्वजनिक उपक्रमों को कर रही बदनाम : उग्राहां

संवाद सूत्र, नरवाना : बदोवाल टोल धरने पर बुधवार को जोगिद्र सिंह उग्राहा पहुंचे और कहा कि हमने पंजाब में कुर्की रुकवाई थी। हमने हमेशा जनता के मुद्दों को सड़क पर लड़ा है। सरकार ने मुझे बात करने के लिए एक बिचौलिया भेजा, तो मेरा जबाब था, बात होगी तो सभी संगठनों से करनी होगी, वरना अकेला बात नही करेंगे। सरकार ने जानबूझकर सार्वजनिक उपक्रमों को बदनाम किया और आप लोग सरकार के जाल में फंसते गए और उन उपक्रमों को धीरे धीरे कर के बेचना आरंभ कर दिया है। इसलिए आज बेरोजगारी चरम सीमा पर है।

किसान नेता शीशपाल गुलाडी ने कहा कि आजादी के लिए हजारों लोगों ने अपने प्राणों की आहुति दी थी। कितनी ही माताओं ने अपने सपूतों को हंसते-हंसते देश पर कुर्बान कर दिए। विकास सिसर ने कहा कि पूर्व की सभी सरकारों ने किसानों को लूटा है। किसानों का खून सभी ने सड़क पर बहाया है, इस बात को याद रखना है। जमीन को बेचना मां बेचने के बराबर माना जाता था। इस अवसर पर मास्टर बलबीर सिंह, डा. रामचंद्र, चांद बहादुर मौजूद रहे।

किसान आंदोलन में हरियाणा सबसे आगे : उगराहा

संसू, उचाना : गांव खटकड़ के टोल के पास किसानों का धरना जारी है। अध्यक्षता पूनम रेढू ने की। सांकेतिक भूख हड़ताल राजबाला, सत्यावती, बिमला, कृष्णा रही। किसान धरने पर जोगिद्र सिंह उगराहा पहुंचे। उग्राहा ने कहा कि किसान, मजदूर के इस आंदोलन में पंजाब से आगे हरियाणा है। किसान, मजदूर के इस आंदोलन को तोड़ने की बहुत कोशिश हुई लेकिन यह आंदोलन आज जन आंदोलन बन चुका है। जब-जब आंदोलन को तोड़ने की कोशिश हुई तब-तब आंदोलन का विस्तार होता रहा। उन्होंने कहा कि जब तक तीनों कानून केंद्र सरकार रद्द नहीं करती, एमएसपी पर कानून नहीं बनता तब तक किसान, मजदूर का यह आंदोलन जारी रहेगा। कभी किसानों को रोकने के लिए खाई खोदी गई तो जात-पात के नाम पर, छोटे-बड़े किसान के नाम पर, पंजाब के आंदोलन के नाम पर आंदोलन को तोड़ने की कोशिश हुई लेकिन कोई भी कोशिश सफल नहीं हुई। आज दिल्ली बार्डरों पर किसान अपने परिवारों के साथ धरना दे रहे है तो हरियाणा में भी धरना निरंतर टोलों के पास किसान दे रहे है।

इस मौके पर सतबीर बरसोला, विकास श्योराण, छज्जूराम कंडेला, हरिकेश, संदीप, अनीष, आजाद दरियावाला, अनिता सुदकैन, शीला जुलानी, आरती, कृष्ण, कमला, सिक्किम मौजूद रही।

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