Kulgam Encounter: पंचतत्व में विलीन हुए हरियाणा के बलिदानी प्रदीप नैन, सैन्य सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार
Kulgam Encounter जम्मू कश्मीर के कुलगाम में मुठभेड़ के दौरान हरियाणा के प्रदीप नैन बलिदान हो गए। सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। सभी ने नम आंखों से आखिरी विदाई दी। बलिदानी प्रदीप नैन कुलगाम में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में बलिदान हो गए। छह आतंकियों का खात्मा कर प्रदीप नैन ने अपने प्राणों की आहुति दे दी।
जागरण संवाददाता, जींद। जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में बलिदान हुए जींद के जाजनवाला गांव निवासी प्रदीप नैन का पार्थिव शरीर सोमवार पैतृक गांव पहुंचा। यहां सैन्य सम्मान के साथ बलिदानी प्रदीप नैन का अंतिम संस्कार हुआ। सेना की टुकड़ी ने सलामी दी।
नम आंखों से दी सलामी
प्रदीप नैन के पिता बलवान सिंह ने नम आंखों के साथ सलामी दी। इस दौरान जयहिंद के नारे लगाए गए। अंतिम संस्कार के दौरान मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के रूप में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता, राज्य सभा सदस्य सुभाष बराला, डीसी मोहम्मद इमरान रजा, एसपी सुमित कुमार, डीएसपी अमित भाटिया, विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा समेत सेना के बड़े अधिकारी मौजूद रहे।
भारी संख्या में अंतिम विदाई देने पहुंचे लोग
सुबह हिसार कैंट से गांव जाजनवाला में लांसनायक पैरा कमांडो प्रदीप नैन का पार्थिव शरीर पहुंचा। जिले की सीमा से ही भारी संख्या में लोग बाइक, गाड़ियों में प्रदीप नैन को अंतिम विदाई देने के लिए पहुंचे।
वंदे मातरम के नारों से पूरा वातावरण गूंज उठा। आर्मी वेटरन एसोसिएशन के जोनल प्रेसिडेंट राजबीर सिंह ने बताया कि बलिदान होने से पहले प्रदीप नैन ने छह आतंकियों को मार गिराया था। प्रदीप नैन ही जवानों की टुकड़ी को लीड कर रहा था।
स्वास्थ्य मंत्री ने प्रदीप नैन की माता को किया सलाम
सीएम के प्रतिनिधि के रूप में पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने कहा कि वे प्रदीप नैन की मां को सलाम करते हैं, जिसकी कोख से ऐसे वीर सपूत ने जन्म लिया। दुख होना तो स्वाभाविक है, क्योंकि जवान बेटा चला गया, लेकिन दुख के साथ गर्व की भी बात है।
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प्रदीप नैन ने छह आतंकियों को मौत के घाट उतारकर अपने प्राणों की आहुति दी। सीएम नायब सिंह सैनी ने उन्हें यहां अपने प्रतिनिधि के रूप में भेजा है। शहीद के परिवार को जो भी घोषित सहायता होगी वह दी जाएगी, उससे ज्यादा देने का प्रयास रहेगा।
राज्यसभा सदस्य बोले- गर्व की बात
राज्य सभा सदस्य सुभाष बराला ने कहा कि यह दुख के साथ गर्व की बात है। जाजनवाला के वीर सपूत ने आतंकियों से लड़ते अपने प्राण न्यौछावर किए। आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन में प्रदीप की अहम भूमिका होती थी।
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प्रदीप ने कभी अपनी जान की परवाह नहीं की। देश की सुरक्षा उसके लिए सर्वोपरि थी। सदियों तक प्रदीप नैन की कुर्बानी को याद रखा जाएगा। ऐसे जवान बहुत कम पैदा होते हैं। परिवार की सरकार की तरफ से घोषित आर्थिक सहायता की जाएगी।