IPS Officer यौन शोषण केस में 24 महिला पुलिसकर्मियों के बयान दर्ज, फतेहाबाद की SP कर रहीं जांच
जींद में तैनात एक आईपीएस अधिकारी पर यौन शोषण के प्रयास के आरोप में 24 और महिला पुलिसकर्मियों के बयान दर्ज किए गए हैं। फतेहाबाद एसपी आस्था मोदी ने जांच के लिए इन महिला पुलिस कर्मियों को फतेहाबाद बुलाया था। इससे पहले शनिवार को 19 महिला पुलिस कर्मियों को जांच के लिए बुलाया गया था लेकिन उनके बयान में आरोप निराधार पाए गए थे।
जागरण संवाददाता, जींद। आईपीएस अधिकारी पर महिला कर्मचारियों का यौन शोषण के प्रयास के आरोप में सोमवार को फतेहाबाद एसपी आस्था मोदी ने 24 महिला पुलिस कर्मियों को फतेहाबाद बुलाया। महिला पुलिसकर्मियों को सोमवार सुबह ही बस से फतेहाबाद एसपी कार्यालय ले जाया गया।
इससे पहले शनिवार को 19 महिला पुलिसकर्मियों को जांच के लिए बुलाया था, लेकिन उनके बयान में आरोप निराधार पाए गए थे। उस समय आरोप लगे थे कि पीड़ित कर्मचारियों के बजाय दूसरी महिला पुलिसकर्मियों को जांच के लिए भेजा गया है।
इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ था लेटर
इसी बीच इंटरनेट मीडिया पर दूसरा पत्र वायरल हुआ। इसमें जांच पर सवाल उठाते हुए पीड़ित महिला पुलिस कर्मियों पर समझौते के लिए दबाव बनाने व 10-10 लाख रुपये का आफर देने के आरोप लगाए।फतेहाबाद एसपी ने जिले में तैनात दूसरी महिला पुलिस कर्मियों को भी जांच के लिए भेजने के आदेश दिए थे। महिला थाने के अलावा जिले में दूसरे थानों में तैनात पुलिस कर्मियों को फतेहाबाद एसपी कार्यालय भेजा गया।
फतेहाबाद की एसी प्रस्तुत करेंगी जांच रिपोर्ट
अब तक इस मामले में 43 महिला पुलिस कर्मियों को फतेहाबाद एसपी के समक्ष भेजा जा चुका है। वहीं महिला आयोग ने आईपीएस अधिकारी को मंगलवार को फरीदाबाद कार्यालय में तलब किया है। वहां पर फतेहाबाद की एसपी आस्था मोदी भी आयोग की टीम के समक्ष जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगी।यह भी पढ़ें- हादसा या साजिश? जींद-दिल्ली मेमू ट्रेन में विस्फोट के बाद जांच जारी, यात्री बोले- कुछ समझ नहीं आया क्या हुआ
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।हरियाणा पुलिस संगठन का लीपापोती का आरोप
हरियाणा पुलिस संगठन के पदाधिकारियों ने सोमवार को लघु सचिवालय के बाहर प्रधान दिलावर सिंह की अध्यक्षता में धरना दिया और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया। संगठन के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि पीड़ित महिला पुलिसकर्मियों पर डराया जा रहा है। वह और उसका परिवार मानसिक पीड़ा झेल रहा है, इसलिए आईपीएस अधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज करके उसका तबादला किया जाए। पत्र में जिन दो पुलिस अधिकारियों के नाम हैं, उनको तुरंत प्रभाव से सस्पेंड किया जाए। आईपीएस अधिकारी को बचाने के लिए जांच के नाम पर लीपापोती की जा रही है। आईपीएस अधिकारी जहां पर भी तैनात रहा है, वहां पर इसी तरह का आचरण रहा है इसलिए मामले की सिटिंग जज से जांच करवाई जाए, क्योंकि हरियाणा पुलिस के अधिकारी निष्पक्ष जांच नहीं पाएंगे। पीड़ित महिला पुलिस कर्मियों को दो माह का अवकाश दिया जाए, ताकि वह बिना डर व भय के अपने बयान दर्ज करा सकें।आईपीएस अधिकारी के साथ ही उसी जिले में रहीं महिला अधिकारी
पुलिस संगठन के प्रधान दिलावर सिंह, महेंद्र सिंह, ओमप्रकाश ने मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में आरोप लगाया कि यौन शोषण के प्रयास के मामले में शामिल एक महिला अधिकारी के आइपीएस से लंबे समय से मधुर संबंध रहे हैं। जिस भी जिले में आईपीएस अधिकारी तैनात रहा है, उसके साथ ही महिला अधिकारी भी तैनात रही हैं। इसलिए इस मामले की भी जांच करवाई जाए। यह भी पढ़ें- हिसार एयरपोर्ट पर लगा डीवीओआर, अब हर जहाज को मिलेगी दिशा; जल्द शुरू होगी उड़ानों की सुविधा