कृषि कानूनों का विरोध में महिलाओं ने नरवाना में निकाली स्कूटी रैली
बद्दोवाल टोल प्लाजा पर चल रहा धरना 65वें दिन में प्रवेश कर गया जिसकी अध्यक्षता हुसियार अली ने की।
संवाद सूत्र, नरवाना : बद्दोवाल टोल प्लाजा पर चल रहा धरना 65वें दिन में प्रवेश कर गया, जिसकी अध्यक्षता हुसियार अली ने की। धरने में गांव इस्माईलपुर, खानपुर, खरड़वाल, ढाबी टेक सिंह, नारायणगढ़, रेवर, डूमरखां कलां, डूमरखां खुर्द, झील के किसान शामिल हुए। क्रमिक अनशन पर गांव दनौदा से नरसी, गांव फरैण से सत्यनारायण, गांव ईस्माइलपुर से कर्म सिंह, ओमप्रकाश, रामप्रकाश बैठे। मंच संचालन होशियार सिंह खरल ने किया। रविवार को महिलाओं द्वारा स्कूटी रैली निकाली गई, जिसकी अगुवाई अग्रवाल वैश्य समाज से प्रियंका गोयल ने की। स्कूटी रैली को बद्दोवाल टोल प्लाजा से शुरू की गई और शहर में बाजार के बीच निकाली गई, जहां महिलाओं ने तीनों कृषि कानून के विरोध में नारेबाजी की। धरने पर मास्टर बलबीर सिंह ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि दीनबंधू छोटूराम ने कृषि उत्पाद मार्केट कमेटी एक्ट 1939 बना कर मंडियों का जाल बिछवाया था। जिससे फसलों का मोल तथा तोल शुरू हुआ तथा बड़े सूदखोरों और साहूकारों के शोषण से कुछ हद तक किसानों व मजदूरों को छुटकारा मिला। अब उन कानूनों को ताक पर रखकर किसानों के समस्त संसाधनों को अडाणी, अम्बानी व अन्य कारपोरेट घरानों को सौंपने की तैयारी कर चुकी है। किसान तीन महीने से अपनी फसल, नस्ल, जल और जंगल बचने के लिए संघर्षरत हैं। वहीं, उचाना शहर के लितानी, रेलवे रोड से होते हुए बाइक, साइकिल यात्रा के माध्यम से खटकड़ टोल पर पहुंचे। लीलू बड़नपुर ने कहा कि पूरे देश का किसान एक है। ये कानून अगर लागू हो जाते हैं तो किसान पर इसकी मार सबसे बाद में पड़ेंगी।