'आतंकियों ने उजाड़ा मेरा सुहाग, उन्हें छोड़ना नहीं', सेना से बोलीं बलिदानी पैरा कमांडो की पत्नी, हरियाणा CM ने कर दी ये घोषणा
कुलगाम हमले (Kulgam Encounter) में बलिदान हुए पैरा कमांडो प्रदीप नैन की पत्नी ने सेना के सामने हाथ जोड़कर कहा कि जिन आतंकियों ने मेरा सुहाग उजाड़ा है उनको छोड़ना नहीं। बलिदानी की पत्नी की ऐसी बातें सुनकर हर किसी की आंखें नम थी। वहीं हरियाणा सीएम नायब सैनी ने एक करोड़ रुपये और आश्रित को नौकरी देने की घोषणा कर दी है।
संवाद सूत्र, नरवाना (जींद)। मैं आपसे हाथ जोड़कर कहती हूं कि जिन आंतकियों ने मेरा सुहाग उजाड़ा है। उनको छोड़ना नहीं। आतंकी किसी मां-बाप के लाल, किसी के पति को बलिदान करेंगे। उन सभी का खात्मा कर दो। पति प्रदीप नैन की अंतिम यात्रा से पहले अंतिम सलामी देते हुए गर्भवती मनीषा ने सेना के पैरा कमांडो को ये शब्द कहे।
इस पर सेना के पैरा कमांडो ने कहा कि वो चिंता ना करें। जम्मू-कश्मीर से सभी आंतकियों को खत्म कर देंगे। यह सुन सभी की आंखें भर आई। जम्मू-कश्मीर के कुलगाम के मोदरगाम में आतंकियों से मुठभेड़ में बलिदान होने वाले गांव जाजनवाला के पैरा कमांडो प्रदीप नैन का पार्थिव शरीर सोमवार सुबह घर पहुंचा। उन्हें राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। पिता बलवान ने चिता को मुखाग्नि दी।
गांव में पसरा रहा मातम
इससे पहले उसके पार्थिव शरीर आने तक गांव के किसी भी घर में चूल्हा नहीं जला। सुबह सात बजे ही गांव के बस स्टैंड पर बच्चे, महिलाएं व पुरुष इकट्ठे हो गए थे। गांव कल्लर भैणी से बाइक पर युवा तिरंगा लगा शव वाहन के आगे चले। प्रदीप के पार्थिव शरीर को लेकर वाहन गांव के बस स्टैंड पर पहुंचते ही प्रदीप नैन अमर रहे। गगनभेदी नारों से आकाश गूंजायमान हो उठा। हर कोई पुष्प वर्षा कर रहा था। महिलाएं व बच्चे छत पर खड़े हो गए। प्रदीप के अंतिम दर्शन कराने के लिए पार्थिव शरीर घर पहुंचते ही मां-बाप, बहन, पत्नी और स्वजन लिपटकर फूट-फूटकर रोने लगे।ये भी पढ़ें: Haryana News: कृषि आधारित व्यवसाय में लगे उद्यमी उठा सकेंगे विशेष छूट का लाभ, मिलेंगे ये ढेरों लाभ
वहीं उनको गर्व था कि प्रदीप देश के काम आया। हर कोई प्रदीप की बहादुरी की बात कर रहा था। अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए। स्वास्थ्य मंत्री कमल गुप्ता, राज्यसभा सदस्य सुभाष बराला, विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा, बिनैन खाप के प्रधान रघबीर नैन ने पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। हिसार से आई टुकड़ी ने सलामी दी। हवाई फायर कर गार्ड ऑफ आनर दिया गया।
बहन मंजू बाला बोलीं- ऐसा भाई मिलना नसीब की बात
प्रदीप इकलौता बेटा था। प्रदीप की मां राम स्नेही ने कहा कि मेरा बेटा अमर हुआ है। बेटे के पार्थिव शरीर को देखते ही बलवान सिंह के भी आंसू निकले, लेकिन उनके चेहरे पर गर्व का भाव भी था। प्रदीप की बहन मंजू बाला ने कहा कि प्रदीप न केवल मेरे अकेली का, बल्कि देश की सभी बहनों का भाई था, देश का भाई देश पर कुर्बान हुआ है। ऐसा भाई होना नसीब की बात है। पत्नी मनीषा को उसके अंतिम दर्शन कराने के लिए प्रदीप नैन के शव के पास ले जाया गया। मनीषा ने पहले उसके चेहरे को हाथ में लिया और उसके बाद सीने से लगाया। उसने चरण छूकर प्रणाम किया।
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