Move to Jagran APP

Haryana News: प्यारी बहन के हाथ से पी चाय, कप रखते ही ले ली जान, प्रेम विवाह से नाराज था भाई; सास-ननद को भी मारी गोली

Haryana Owner Killing News हरियाणा के कैथल में ऑनर किलिंग का मामला सामने आया है। जहां किशोर भाई बहन के अंतरजातीय प्रेम विवाह से नाराज था। भाई ने पहले बहन को विश्वास में लिया। इसके बाद उसके हाथों की आखिरी चाय पी फिर गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद 4 मिनट से अधिक समय का वीडियो जारी किया।

By Pankaj Kumar Edited By: Sushil Kumar Updated: Thu, 20 Jun 2024 10:52 AM (IST)
Hero Image
Haryana Owner Killing: बहन को गोली मारकर पिस्टल लहराता नाबालिग। (फोटो ग्रैब)
सुरेंद्र सैनी, कैथल। प्रेम विवाह करने वाली बड़ी बहन कोमल की जान लेने से पहले आरोपित किशोर ने उसके हाथ से बनी एक कप चाय पी। खाली कप रखते ही पिस्तौल का ट्रिगर दबा दिया। गोली कोमल की गर्दन के आर-पार हो गई। वह एक अन्य व्यक्ति के साथ बाइक पर आया और उसे वहीं छोड़ ई-रिक्शा से सिटी थाने पहुंच समर्पण कर दिया।

इस दौरान उसने 4:42 मिनट का वीडियो भी जारी किया है। इससे पहले बहन के साथ बैठकर चाय पी और काफी देर तक दुख-सुख की बातें साझा की। वह कोमल की सास और ननद पीजीआइ चंडीगढ़ में उपचाराधीन हैं, जहां उनकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। बहन के पति अनिल को भी मारने की मंशा से पहुंचा था, लेकिन अनिल उसके पहुंचने से पहले ही घर के ऊपर बने कमरे में चला गया था।

गोली की आवाज सुनी तो मचाया शोर

मृतक कोमल की दादी सास ने बताया कि मैं घर में दूसरे कमरे में सोई हुई थी। जब गोली चलने की आवाज सुनाई दी तो बाहर निकली। बाहर देखा तो कोमल लहू-लुहान पड़ी थी। उससे कुछ दूर कांता और अंजलि भी घायल थी। मैंने तुरंत शोर मचाया। जब तक पड़ोसी मौके पर आते तब तक वह भाग गया था।

अनिल की इसलिए बच गई जान

गांव क्योड़क निवासी कोमल से प्रेम विवाह करने वाला अनिल वारदात के दौरान घर पर ही मौजूद था। कोमल के भाई के घर आने से कुछ मिनट पहले वह ऊपर चौबारे में चला गया था। करीब 45 मिनट तक आरोपित अपनी बहन के पास बैठा रहा। इस दौरान उसने चाय भी पी।

शायद वह अनिल के घर आने का इंतजार कर रहा था। गोली चलने की आवाज सुनने के बाद अनिल नीचे आया। तब तक आरोपित वहां से फरार हो गया था।

कोमल नहीं जाना चाहती थी मायके

अनिल व कोमल शहर के राजकीय कालेज में पढ़ते थे। इस दौरान दोनों की दोस्ती हो गई। गत 6 फरवरी को दोनों ने प्रेम विवाह कर लिया था। घर से भागने पर कोमल के पिता श्याम लाल ने क्योड़क चौकी पुलिस में अनिल के खिलाफ बेटी को अगवा करने का केस दर्ज कराया था।

बाद में कोमल को पुलिस ने फतेहाबाद से बरामद कर लिया था, लेकिन अदालत में पेश होकर कोमल ने अनिल के पक्ष में बयान दिए थे। इसमें बताया था कि वह अपनी मर्जी से ही घर से गई थी और अनिल से प्रेम विवाह भी अपनी मर्जी से किया है।

इसके बाद दोनों ने पुलिस सुरक्षा ली थी और करीब करीब 20 दिन तक सेफ हाउस में रहे थे। बाद में अनिल पत्नी कोमल को लेकर अपने घर नानकपुरी कालोनी आ गया था।

वीडियो में बोला-छोरा भी मरेगा

आरोपित किशोर ने वारदात को अंजाम देने के बाद चार मिनट 42 सेकेंड का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल किया है। इसके वह वारदात को अंजाम दे कुछ दूर पैदल चलने के बाद दुपहिया पर सवार होकर घटनास्थल निकल जाता है।

वीडियो में कहता है- सारे भाई सुण ल्यो, मनै काम कर दिया है। जो म्हारी छोरी भाज रही थी ना उसतै मार दिया है। ईब मैं सलेंडर (सरेंडर) करण थाने जाण लाग रह्या हूं। इसके बाद दो पहिया छोड़ ई रिक्शा में बैठ जाता है। सिटी थाणे म्ह जाणा है। तावली चाल पड़ भाई।

एक हजार रुपये ले लिये। वो छोरा बचग्या। कोई क्योड़क गांव म्ह तै छोरी नै ले गया ना...। सलेंडर करूंगा मैं। बाहर आण कै उस छोरे नै भी मारूंगा अर कोई शरीफ-स्याणा पंचायती बणैगा तो वो भी मरैगा।

गवाही देगा तो कोई उसनै भी मारूंगा बाहर आकै अर उस छोरे नै भी मारूंगा बचग्या वो। ठीक है भाई। सारी वीडियो गेरण लाग रह्या हूं सारी देख लियो। ईब देखियो कोई गुज्जरों की छोरी नै क्योड़क म्ह तै कोई छोरी नै ले जियो। कोई नीची जात का।सारे मरैंगे। कर कै आया हूं काम। ठीक है। राम जय बाबा की।

पहले विश्वास में लिया, फिर हत्या कर दी

पुलिस को दिए बयान में अनिल ने बताया कि कोमल के माता-पिता और भाई शादी के बाद उनके घर आते-जाते रहते थे। उन्होंने कहा था कि इस शादी से वह खुश हैं। इस विश्वास के बाद वह सेफ हाउस से सुरक्षा लौटा कर घर आ गए थे, लेकिन कोमल के परिवार वाले मन में नफरत रखे हुए थे।

बुधवार को कोमल का भाई अपने मामा रामफल के साथ आया और इस घटना को अंजाम दिया। अनिल की शिकायत पर नाबालिग, उसके पिता श्याम सिंह, माता अमिता, मामा शिवम और रामफल के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।