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सात महीने बाद भी नहीं चल पाई बिजली से संचालित ट्रेन

रेलवे की तरफ से नरवाना कुरुक्षेत्र रेल सेक्शन पर जनवरी में शुरू हुई बिजली से संचालित ट्रेनें सात महीने बाद ही बंद हो गई है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 02 Aug 2019 10:45 AM (IST)Updated: Sat, 03 Aug 2019 06:32 AM (IST)
सात महीने बाद भी नहीं चल पाई बिजली से संचालित ट्रेन

कमल बहल, कैथल :

रेलवे की तरफ से नरवाना कुरुक्षेत्र रेल सेक्शन पर जनवरी में शुरू हुई बिजली से संचालित ट्रेनें सात महीने बाद ही बंद हो गई है। बिजली से ट्रेनें नहीं चलने के कारण बढ़ी गई स्पीड दोबारा घट गई है। इस कारण यात्रियों को दिक्कत आ रही है। लाइन का विद्युतीकरण होने से यात्रियों में खुशी थी, लेकिन अब बंद होने से मायूसी है। बिजली से ट्रेनों का संचालन के लिए यहां तीन पावर हाउस बनाए गए हैं। इनमें बिजली न आने के कारण इस रेल मार्ग पर तरावड़ी से बिजली की सप्लाई हो रही है, जो मिलने वाली बिजली की नियमित रूप से सप्लाई न होने से रेल मार्ग पर पिछले 15 दिनों से बिजली बाधित हो रही है।

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इस रेलवे ट्रेक पर 12 ट्रेनों का आवागमन

इस समय में कैथल स्टेशन से एक दिन में 12 ट्रेनों का कुरुक्षेत्र व नरवाना की ओर आवागमन होता है। जिसमें से इस समय केवल दो ट्रेनें ही बिजली से संचालित हो रही है। बिजली से ट्रेनें संचालित होने के बाद लोगों को स्पीड बढ़ने से काफी राहत मिली थी, लेकिन सात महीने बाद ही डीजल इंजन से ट्रेनें संचालित होने से दोबारा ट्रेन की स्पीड घट गई है। वहीं रेलवे विभाग की ओर से इस रेल मार्ग पर विद्युतीकरण के तहत कार्य प्रगति पर होने के कारण बिजली से संचालित होने वाली ट्रेनें बंद होने का कारण बताया जा रहा है।

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85 करोड़ की लागत से शुरू हुआ था कार्य

रेलवे की ओर से वर्ष 2017 में नरवाना से कुरुक्षेत्र रेल सेक्शन पर 85 करोड़ रुपये की लागत से शुरू हुआ कार्य वर्ष 2019 की जनवरी में संपन्न हुआ था। जिसके बाद 25 जनवरी को इस रेल मार्ग पर विधिवत रूप से बिजली से संचालित ट्रेनें शुरू हो गई थी, लेकिन सात महीने के बाद दोबारा ट्रेन बंद हो गई है। ऐसे में जिला के लोगों को रेलवे में उनके क्षेत्र में मिली नई सुविधा न के बराबर हुई है।

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रेल कल्याण समिति के चेयरमैन सतपाल गुप्ता ने बताया कि कुछ दिन पहले कुरुक्षेत्र रेलवे स्टेशन पर विद्युतीकरण के तहत कार्य किया जा रहा था। जो कि 28 जुलाई तक चला। कार्य प्रगति के कारण बिजली से संचालित ट्रेन बंद रही थी। कार्य पूरा होने के बाद भी बिजली से संचालित ट्रेनें नहीं चल रही है जो कि काफी चिताजनक है। डीजल के इंजन पर बिजली की बजाय दोगुना खर्चा होता है। ऐसे में रेलवे को काफी नुकसान भी हो रहा है। विभाग को सभी ट्रेनें बिजली से संचालित करनी चाहिए।

वर्जन: जल्द ही सभी ट्रेनों को किया जाएगा संचालित

थानेसर से लेकर नरवाना तक रेल लाइन पर विद्युतीकरण के तहत कार्य होने के कारण बिजली से संचालित कुछ ट्रेनें बंद हैं। कुछ ट्रेनों को बिजली से संचालित किया जा रहा है। केवल दिन के समय ही इंजन से ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। कार्य पूरा होने के बाद जल्द ही सभी ट्रेनों को बिजली से संचालित किया जाएगा।

रणधीर सिंह, स्टेशन मास्टर, रेलवे स्टेशन, कैथल। -----------


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