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हरियाणा चुनाव: रणदीप सुरजेवाला और जयप्रकाश ने की अपने बेटों की राजनीतिक लॉन्चिंग, इन सीटों से उतारा मैदान में

कैथल विधानसभा सीट से कांग्रेस ने रणदीप सुरजेवाला के बेटे आदित्य सुरजेवाला को मैदान में उतारा है वहीं आम आदमी पार्टी ने शिक्षा विंग के प्रदेश उपाध्यक्ष सतबीर गोयत पर भरोसा जताया है। इनेलो-बसपा गठबंधन से अनिल तंवर क्योड़क चुनावी मैदान में हैं। जानिए इन तीनों प्रत्याशियों के बारे में विस्तार से। बता दें कि हरियाणा में पांच अक्टूबर को मतदान है।

By Pankaj Kumar Edited By: Sushil Kumar Updated: Wed, 11 Sep 2024 09:20 PM (IST)
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हरियाणा चुनाव: रणदीप सुरजेवाला और जयप्रकाश ने की अपने बेटों की राजनीतिक लॉन्चिंग। ।

पंकज आत्रेय, कैथल। चुनाव ही राजनीतिक विरासत के नए चेहरों की लॉन्चिंग का उपयुक्त समय माना जाता है। यह एक परीक्षा का दौर तो है ही, साथ ही राजनीतिक समझ-बूझ और ऊर्जा संग्रहण का मौका भी होता है। इसी को ध्यान में रखते हुए बने माहौल में बुधवार को प्रदेश की राजनीति के दो दिग्गज कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला और हिसार के सांसद पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश जेपी ने अपने-अपने बेटों की लांचिंग कर दी।

पिछले कई दिन से कैथल में रणदीप सुरजेवाला की गतिविधि पर सबकी नजर थी। हालांकि अभी तक पार्टी ने टिकट की घोषणा नहीं की है, लेकिन उन्होंने अपने बेटे आदित्य सुरजेवाला की राजनीतिक लांचिंग कर दी है। सुरजेवाला ने आदित्य को लांच करने के लिए जनसभा तो की, लेकिन उनका नामांकन-पत्र अभी दाखिल नहीं करवाया है। अभी तक यह संशय चला आ रहा था कि कैथल से वह खुद चुनाव लड़ेंगे या फिर आदित्य।

जयप्रकाश ने बेटे विकास को किया लॉन्च

हर बार इस सवाल का जवाब उन्होंने पार्टी हाईकमान पर छोड़ा।  इसी तरह कलायत में कांग्रेस सांसद जयप्रकाश जेपी ने अपने बेटे विकास सहारण को लांच करते हुए नामांकन-पत्र भी जमा करवा दिया है। विकास ने जो नामांकन-पत्र चुनाव आयोग में जमा करवाया है, उसमें खुद को कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर पेश किया है। भले ही तब तक टिकट की घोषणा नहीं हुई थी। उधर, बुधवार को आम आदमी पार्टी ने कैथल विधानसभा सीट से शिक्षा विंग के प्रदेश उपाध्यक्ष सतबीर गाेयत को मैदान में उतार दिया है। उनका टिकट पहले से ही तय माना जा रहा था, लेकिन औपचारिक घोषणा शेष थी। इस पार्टी ने गुहला को छोड़ कर शेष सभी सीटों पर प्रत्याशी उतार दिए हैं।

बसपा के हिस्से आई कैथल की सीट

बसपा प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य व कैथल प्रभारी डा. मनोज ग्रोवर ने बताया कि इनेलो-बसपा गठबंधन यह सीट उनकी पार्टी के हिस्से में आ गई है। यहां से प्रत्याशी अनिल तंवर को बनाया गया है। बुधवार देर शाम पार्टी ने कैथल में प्रेस कान्फ्रेंस करके उनके नाम की घोषणा की। बता दें कि अनिल तंवर इनेलो के युवा जिलाध्यक्ष हैं और वर्ष 2019 में कैथल विधानसभा सीट से इनेलाे के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं।

कैथल विधानसभा से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी

प्रत्याशी का नाम- सतबीर गोयत

विधानसभा- कैथल

आयु- 59 वर्ष

शिक्षा: बीएससी बीएड, एमए राजनीति शास्त्र

राजनीतिक करियर: सेवानिवृत्ति के बाद से आम आदमी पार्टी में सक्रिय हुए, शिक्षा विंग में प्रदेश उपाध्यक्ष बनाए गए

राजनीतिक विरासत- कोई नहीं आपराधिक पृष्ठभूमि

टिकट मिलने के बाद समीकरण कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने लोकसभा कुरुक्षेत्र में एक साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। विधानसभा चुनाव अलग-अलग लड़ रहे हैं। कांग्रेस का जहां इस सीट पर जीत का लंबा इतिहास रहा है, वहीं, आम आदमी पार्टी पहली बार चुनाव लड़ने जा रही है। पार्टी के उम्मीदवार मास्टर सतबीर गोयत जाट समाज से हैं और कैथल सीट पर ज्यादातर जाट मतदाता कांग्रेस की तरफ जाता है। गोयत भले ही नए हैं, लेकिन समीकरण तो बनेंगे ही।

दावेदार जो टिकट की दौड़ में पिछड़ गए

आम आदमी पार्टी में कैथल विधानसभा सीट पर टिकट के दावेदार ज्यादा नहीं थे। पार्टी ने कुछ समय पहले ही सीमा बिढ़ान को कैथल से तैयारी करने का संकेत दिया था। वह वर्ष 2019 का चुनाव कलायत से लड़ चुकी हैं, लेकिन उनकी जमानत जब्त हो गई थी।

टिकट मिलने की वजह

पार्टी के भीतर प्रदेश स्तर का कद - कई साल से गांव व शहर में प्रचार में सक्रियता -टिकट की दावेदारी में कोई दूसरा बड़ा चेहरा नहीं होना।  तीन बड़ी चुनौती - कैथल विधानसभा सीट पर जातीय समीकरणों को अपने पक्ष में करना - पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं - आम आदमी पार्टी का जिले में चुनावी राजनीति में पदार्पण

कैथल विधानसभा से इनेलो-बसपा गठबंधन के प्रत्याशी

प्रत्याशी का नाम- अनिल तंवर क्योड़क

विधानसभा- कैथल

आयु- 41

शिक्षा: मिडिल

राजनीतिक करियर: वर्ष 2019 में भी कैथल विधानसभा सीट से इनेलो की टिकट पर चुनाव लड़ा था। इस बार इनेलो-बसपा गठबंधन में इसी सीट पर बसपा के खाते से मैदान में हैं

राजनीतिक विरासत: स्वयं के अलावा राजनीतिक में परिवार से कोई नहीं

व्यवसाय: खेतीबाड़ी, डेयरी फार्मिंग

आपराधिक पृष्ठभूमि - कोई नहीं

टिकट मिलने की वजह - इनेलो-बसपा गठबंधन में मुकाबले में मजबूत दावेदार नहीं होना

ग्रामीण वोट बैंक तक पहुंच -इनेलो से वर्ष 2019 का विधानसभा चुनाव लड़ा। 

तीन बड़ी चुनौती - कैथल विधानसभा सीट पर खिसके वोट बैंक की रिकवरी। 

इनेलो और बसपा की टीम को साथ लेकर चलना। 

जातिगत समीकरणों में फिट बैठना