Haryana News: '1984 वाला काम कर देंगे...', खालिस्तानी कहकर सिख की जान के प्यासे बने दबंग, ईंट से किया लहूलुहान
हरियाणा के कैथल में खालिस्तानी कहकर एक सिख को बुरी तरह पीटा गया। उस पर ईंट द्वारा हमला किया गया। जिसके चलते उसे काफी चोटें पहुंची हैं। वह रात करीब पौने दस बजे वह शाेरूम बंद करके स्कूटी पर घर जा रहा था। रास्ते में फाटक बंद मिला तो वह वहां पर रुक गया। जिसके कुछ देर बाद बाइक सवारों ने उसे घेर लिया।
जागरण संवाददाता, कैथल। एक सिख व्यक्ति को खालिस्तानी कहकर उस पर ईंटों से हमला कर घायल करने का मामला सामने आया है। घटना सोमवार रात करीब 10 बजे बस स्टैंड के पास रेलवे फाटक की है। हालांकि फाटक से डीसी निवास कुछ ही दूरी पर है।
सेक्टर-19 निवासी सुखविंद्र सिंह की शिकायत पर सिविल लाइन थाना में केस दर्ज कर लिया गया है। सुखविंद्र सिंह ने बताया कि उसका डिफेंस कॉलोनी में फर्नीचर का शोरूम है। रात करीब पौने दस बजे वह शाेरूम बंद करके स्कूटी पर घर जा रहा था। रास्ते में फाटक बंद मिला तो वह वहां पर रुक गया।
इसी दौरान उसके पीछे एक बाइक पर दो युवक आकर रुक गए। ट्रेन जाने के बाद जैसे ही वह स्कूटी चलाने लगा तो बाइक सवार युवक बोलने लगे कि ओए खालिस्तानी, जल्दी से स्कूटी आगे निकाल ले।
दबंगों ने कहा 1984 वाला काम कर देंगे
उसने विरोध किया तो दोनों युवकों ने उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। उस पर ईंटों से हमला कर दिया। युवक बोले कि उन पर तो हत्या का एक केस पहले ही दर्ज है। तुझे भी जान से मार देंगे और 1984 वाला काम कर देंगे। तभी एक वहां से गुजर रहे राजू पाई ने उसे युवकों से छुड़ाया। उसी समय पुलिस को सूचना दी और पुलिस मौके पहुंची।
SGPC ने कही ये बात
मामले में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने हरियाणा के कैथल में एक सिख की पिटाई करने का कड़ा नोटिस लिया है।उन्होंने पुलिस से दोषियों को तुरंत गिरफ्तार करने और कानूनी कार्रवाई करने को कहा है। एडवोकेट धामी ने कहा कि घटना से सिखों की भावनाएं आहत हुई हैं, इसलिए हरियाणा सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए और राज्य में सिखों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।
यह भी पढ़ें- Haryana News: 'तुझे बोरे में डालकर...', पत्नी ने लगाए अवैध संबंध का आरोप तो पति ने धमकाया; 15 साल पहले हुई थी शादी
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।