Kaithal: बेटे को बचाने थाने आए पिता को एएसआइ ने किया प्रताड़ित, पेड़ पर फंदा लगाकर दी जान
हरियाणा के कैथल में एक पिता को एएसआइ ने प्रताड़ित किया। पिता थाने में बेटे को बचाने आया था। बाद ही प्रताड़ना से तंग आकर युवक ने आत्महत्या कर ली। भागल निवासी होशियार सिंह के पुत्र मलकीत को 13 जनवरी को पुलिस रात में उठा लाई थी।
By Jagran NewsEdited By: Himani SharmaUpdated: Sun, 15 Jan 2023 11:04 AM (IST)
जागरण संवाददाता, कैथल : सीआइए-टू पुलिस के एक कर्मचारी की प्रताड़ना से परेशान होकर गांव भागल निवासी 42 वर्षीय होशियार सिंह ने आत्महत्या कर ली। इस मामले में मृतक के बेटे मलकीत और मृतक के भाई बीरभान ने दो अलग-अलग शिकायतें सिविल लाइन थाना में दी हैं। मृतक के भाई बीरभान की शिकायत पर सीआइए-टू के एएसआइ प्रदीप के विरुद्ध आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में केस दर्ज किया गया है।
Ambala: 25 से अधिक युवाओं ने उठाया स्लम एरिया के बच्चों को पढ़ाई की मुख्यधारा से जोड़ने का बीड़ा
शिकायत में बताया कि 13 जनवरी को सीआइए के तीन पुलिस कर्मचारी रात करीब नौ बजे उनके घर आए थे। पुलिस ने घर से उसके भतीजे मलकीत को हिरासत में ले लिया और उसके अपने साथ सीआइए-टू में ले आए। उन्हें सुबह सीआइए में बुलाया गया था। शनिवार को सुबह करीब साढ़े नौ बजे वह, उसका भाई होशियार, जयंत और रामफल सीआइए में चले गए थे। उन्होंने मलकीत के बारे में पूछा तो पुलिस ने बताया कि उसने फोन चोरी किया है।
आरोप है कि एएसआइ प्रदीप ने उसके भाई होशियार सिंह को धमकाया। उसका भाई बाइक उठाकर वहां से चला गया। काफी देर तक वापस नहीं लौटा तो फोन की लोकेशन देखी। पुलिस बस स्टैंड के पास वाली फाटक पर पहुंची तो पेड़ पर वह फंदा लगा रखा था।
खेत के पास से मिला था फोन
बीरभान ने बताया कि उसके भतीजे को तीन दिन पहले यह फोन गांव में खेत के पास से मिला था। उसके फोन में अपनी सिम डाल ली थी। उसकी लोकेशन के आधार पर ही पुलिस ने उसे पकड़ा था। मृतक होशियार सिंह खेती का काम करता था।मामले की सूचना मिलने के बाद गांव भागल के ग्रामीण नागरिक अस्पताल में पहुंच गए थे। ग्रामीणों का कहना था कि जब तक आरोपितों पर कार्रवाई नहीं होती वे शव को नहीं उठाएंगे। शिकायत के बाद शाम को ही आरोपित पर केस दर्ज होने के बाद ग्रामीण शांत हुए। पुलिस ने अस्पताल में ग्रामीणों को एफआइआर की कापी लाकर दी थी।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।