कम चल रही रोडवेज बसें, रेल में बढ़ी यात्रियों की संख्या
720 निजी बसें ठेके पर लेने के विरोध में रोडवेज कर्मियों का हड़ताल लगातार जारी है। रोडवेज प्रबंधन निजी बसों और अन्य साधनों के जरिये व्यवस्था को पटरी पर लाने का प्रयास कर रहा है, लेकिन इसके कोई सार्थक परिणाम सामने नहीं आए हैं। बसें बंद होने का सीधा असर रेलों में सफर करने वाले यात्रियों पर पड़ा है। दिल्ली व चंडीगढ़ सफर करने वाले यात्री रेल का सहारा ले रहे हैं। हड़ताल लंबी होने के कारण दिन-ब-दिन रेल में यात्रियों की संख्या बढ़ रही है। मंगलवार को कैथल रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की संख्या सामान्य दिनों की अपेक्षा ज्यादा दिखाई दी। रेल के आने से करीब एक घंटा पहले ही यात्री स्टेशन पर पहुंचना शुरू हो गए ताकि भीड़ के कारण उन्हें खड़े होकर सफर न करना पड़े।
जागरण संवाददाता, कैथल :
720 निजी बसें ठेके पर लेने के विरोध में रोडवेज कर्मियों का हड़ताल लगातार जारी है। रोडवेज प्रबंधन निजी बसों और अन्य साधनों के जरिये व्यवस्था को पटरी पर लाने का प्रयास कर रहा है, लेकिन इसके कोई सार्थक परिणाम सामने नहीं आए हैं। बसें बंद होने का सीधा असर रेलों में सफर करने वाले यात्रियों पर पड़ा है। दिल्ली व चंडीगढ़ सफर करने वाले यात्री रेल का सहारा ले रहे हैं। हड़ताल लंबी होने के कारण दिन-ब-दिन रेल में यात्रियों की संख्या बढ़ रही है। मंगलवार को कैथल रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की संख्या सामान्य दिनों की अपेक्षा ज्यादा दिखाई दी। रेल के आने से करीब एक घंटा पहले ही यात्री स्टेशन पर पहुंचना शुरू हो गए ताकि भीड़ के कारण उन्हें खड़े होकर सफर न करना पड़े।
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30 प्रतिशत तक बढ़ी रेल
यात्रियों की संख्या
रोडवेज की हड़ताल की शुरूआत से लेकर अब तक रेल यात्रियों की संख्या में 30 प्रतिशत तक बढ़ोतरी हो चुकी है। सामान्य दिनों में रेल में रोजाना करीब 2500 यात्री कैथल से कुरुक्षेत्र, जींद, दिल्ली व चंडीगढ़ के रूटों पर सफर करते हैं, लेकिन अब इनकी संख्या 3200 से 3500 के बीच हो गई। इनमें सबसे ज्यादा यात्री कुरुक्षेत्र व जींद के रूट पर आने वाले गांवों के है। हर रोज 500 से लेकर एक हजार के बीच अतिरिक्त यात्री रेल यात्रा का सहारा ले रहे हैं।
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रेलवे की आमदनी 20
प्रतिशत तक बढ़ी :
यात्रियों की संख्या में वृद्धि होने से रेलवे को होने वाली आमदनी भी बढ़ी है। सामान्य दिनों में रेलवे की कमाई करीब 30 हजार रुपये तक होती है, लेकिन हड़ताल के कारण यह बढ़कर 40 हजार रुपये से ज्यादा हो गई है। अगर हड़ताल आगे बढ़ती है तो रेलवे की आमदनी पर भी इसका स्पष्ट प्रभाव देखने को मिलेगा।
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कैथल रेलवे स्टेशन मास्टर रणधीर ¨सह नैन ने बताया कि रोडवेज हड़ताल के कारण यात्रियों की संख्या में वृद्धि हुई है। रेलवे में यात्रियों को बिना किसी दिक्कत के सफर करवाया जा रहा है। यात्रियों की संख्या के अनुसार रेलों में पर्याप्त स्थान है।