तो लॉरेंस गैंग में ऐसे जुड़ा गुरमेल, जेल में बनी थी प्लानिंग; ट्रेनिंग के बाद बाबा सिद्दीकी हत्याकांड को दिया अंजाम
मुंबई में एनसीपी नेता और पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी (Baba Siddique) की हत्या में शामिल गांव नरड़ का गुरमेल कैथल जेल से ही लॉरेंस गैंग से जुड़ गया था। जेल की सिक्योरिटी सेल में करीब 15 महीने लॉरेंस गैंग के गुर्गे जशीन के साथ रहा था। जशीन ने ही गुरमेल को गैंग में शामिल किया और उसे बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए तैयार किया।
यहीं पंजाब के नकोदर के मोहम्मद जशीन अख्तर के संपर्क में आया। जशीन पहले से ही लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा हुआ है। दोनों जेल की सिक्योरिटी सेल में करीब 15 महीने साथ रहे थे। इसी दौरान दोनों में दोस्ती हो गई थी।
युवाओं को तैयार करता है जशीन
जशीन ने ही गुरमेल को लॉरेंस गैंग के बारे में बताया और उसे अपने गैंग में शामिल कर लिया था। जशीन बदमाशों को हथियार सप्लाई करता है और बड़ी वारदातों को अंजाम देने के लिए युवाओं को तैयार करने में गैंग की सहायता करता है।
गुरमेल को भी जशीन ने ही तैयार किया था। अब उसने मुंबई में बड़ी वारदात को अंजाम दे दिया। कैथल जेल से बाहर आने के बाद भी दोनों एक दूसरे के संपर्क में रहे थे। जशीन पर कैथल के कलायत थाना में हत्या के प्रयास और आर्म्स एक्ट के दो केस दर्ज हैं।
इन दोनों मामलों में जशीन को कपूरथला पंजाब जेल से सीआईए कैथल की टीम प्रोडक्शन वारंट पर कैथल लाई थी। टीम उसे 21 अगस्त 2022 को लाई थी और वह कैथल जेल में 17 नवंबर 2023 तक रहा था। इसके बाद उसे कपूरथला जेल भेज दिया गया था। जशीन पर साल 2022 तक पंजाब में पांच केस दर्ज थे, जिनमें हत्या, लूट, डकैती और आर्म्स एक्ट के केस शामिल थे। दो केस कलायत थाना में हो गए थे तो कुल सात केस दर्ज हो गए थे।
कैथल के इन दो केसों में शामिल था जशीन
3 मई 2022 को कलायत स्थित एक रेडीमेड की दुकान पर फायरिंग की गई थी। इस मामले में सीआईए की टीम ने बदमाशों को पकड़ लिया था। पूछताछ में सामने आया था कि बदमाशों ने वारदात के लिए हथियार जशीन ने उपलब्ध करवाए थे। इसके बाद 29 मई 2022 को कलायत थाना एरिया के एक गांव में सीआईए की टीम और एक बदमाश नवदीप की मुठभेड़ हो गई थी।
इसमें सीआईए के कर्मचारी मनीष की बुलेटप्रूफ जैकेट में गोली लगी थी और बदमाश को भी पैर में गोली लगी थी। बदमाश नवदीप से दो अवैध हथियार बरामद हुए थे। पूछताछ में सामने आया था कि नवदीप को भी यह हथियार जशीन ने ही उपलब्ध कराए थे। दोनों मामले कलायत थाना में दर्ज हुए थे।
जेल में मिलने आता था नाना
कैथल जेल में बंद रहे गुरमेल को गांव हाबड़ी निवासी नाना जिले सिंह मिलने आता था। नाना ने ही उसकी हाईकोर्ट से जमानत करवाई थी। नाना के अलावा उसे उसका चचेरा भाई शिव कुमार, चाची और मां भी मिलने आती थीं। वहीं, बदमाश जशीन अख्तर को कैथल जेल में मिलने के लिए उसके पिता और भाई ही आते थे।
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