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कैथल हादसा: परिवार में नहीं बची कोई महिला, एक बच्चा और दो भाई ही रह गए; गांव में पसरा मातम

शनिवार को कैथल-करनाल रोड पर दर्दनाक हादसा हो गया। दशहरे के दिन पूजा के लिए निकले परिवार की कार नहर में गिर गई जिससे 3 महिलाओं समेत 8 लोगों की मौत हो गई। सभी गांव डीग के रहने वाले थे और कैथल आ रहे थे। हादसे के बाद अब परिवार में कोई महिला नहीं बची है। दर्दनाक हादसे के बाद डीग में दशहरा नहीं मनाया गया।

By Pankaj Kumar Edited By: Rajiv Mishra Updated: Sun, 13 Oct 2024 09:54 AM (IST)
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कैथल करनाल रोड पर सिरसा ब्रांच नहर से काम को बाहर निकालते ग्रामीण। (जागरण फोटो)

सुनील जांगड़ा, कैथल। दशहरे के दिन पूजा के लिए जिस ऑल्टो कार में गांव डीग का कर्मजीत अपनी मां, पत्नी, बेटियों, भाभी व भतीजियों को लेकर निकला था, वह उसने 20 दिन पहले ही खरीदी थी। पांच सवारियों की क्षमता वाली कार में नौ स्वजन को बैठा लिया। आगे वाली दो सीटों पर तीन और बाकी छह सदस्य पीछे वाली सीटों पर बैठे थे।

कड़ी मशक्कत के बाद कार को निकाला गया बाहर

मोड़ पर वाहन की टक्कर के बाद कर्मजीत नियंत्रण खो बैठा और कार नहर में जा गिरी। कर्मजीत कार से बाहर गिर गया। कार को 30 से 40 मिनट की मशक्कत के बाद बाहर तो निकाल लिया गया, लेकिन तब तक सभी की मौत हो चुकी थी। अब घर में कर्मजीत, कर्मजीत का भाई प्रवीन और कर्मजीत का बेटा लवप्रीत ही रह गए हैं।

हादसा सुबह करीब पौने दस बजे हुआ। नहर के पास मौजूद युवकों ने आवाजें लगाना शुरू कर दिया। कुछ ही दूरी पर गुरु ब्रह्मानंद मंदिर में मेला चल रहा था। ग्रामीण दौड़ कर आए और करीब 30 लोगों ने नहर में छलांग लगा दी। ग्रामीण प्रदीप, सतीश, महेंद्र और राहुल सहित अन्य ने पुलिस की सहायता से गाड़ी को बाहर निकाला।

दादी-पोती की चल रही थी सांसें

मौके पर वृद्धा चमेली और एक बच्ची की सांसें चल रही थीं। उसी समय एंबुलेंस में उन्हें कैथल के लिए रवाना कर दिया गया, लेकिन रास्ते में उन दोनों ने भी दम तोड़ दिया था। एक साथ सात शवों के आने से अस्पताल में भी अफरातफरी मच गई थी।

सभी को इमरजेंसी में लाया गया, लेकिन उनकी मौत हो चुकी थी। बता दें कि हादसे के बाद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, पूंडरी विधायक सतपाल जांबा और कैथल विधायक आदित्य सुरजेवाला ने दुख व्यक्त किया है।

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डीग में नहीं मना दशहरा

पांच एंबुलेंस में डीग गांव में जब आठ शव पहुंचे तो मातम छा गया। पूरा गांव पीड़ित परिवार के इस दुख में शामिल होने के लिए उमड़ पड़ा। यहां तक कि आसपास के गांवों से भी लोग पहुंचे। ग्रामीण सुबह दशहरे पर्व की तैयारियां कर रहे थे, लेकिन दोपहर होते-होते उत्सव का माहौल शोक में बदल गया।

पूरा गांव इस घटना से दुख में चला गया। शाम को गांव में दशहरे पर पुतला दहन के बजाय आठ चिताएं जलीं। दशहरा उत्सव सहित अन्य सभी कार्यक्रम रद्द कर पूंडरी से भाजपा विधायक सतपाल जांबा डीग गांव पहुंचे। अंतिम यात्रा में शामिल हुए और कांधा दिया। गुहला के पूर्व विधायक ईश्वर सिंह और सतबीर भाणा भी अंतिम संस्कार पर पहुंचे।

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