प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना का महिलाओं का मिल रहा लाभ, दो किस्तों में मिलते हैं पांच हजार रुपये
प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना का लाभ महिलाएं बढ़-चढ़कर उठा रही हैं। इस योजना के तहत प्रत्येक महिला को पांच हजार रुपये की राशि दी जाती है। इनमें तीन हजार रुपये डिलीवरी पीरियड में महिलाओं की खुराक संबंधी और बाकी दो हजार रुपये डिलीवरी के बाद बच्चों के खान-पान के लिए दिया जाता है। 2018 में योजना को शुरू किया गया था।
जागरण संवाददाता, कैथल। (PM Matritva Vandana Yojana Hindi News) प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना का लाभ महिलाओं को मिल रहा है। जिले में अब तक पांच हजार आवेदन इस योजना के तहत महिलाएं एवं बाल विकास विभाग को मिले हैं। प्रत्येक महिला को पांच हजार रुपये की राशि मिलती है।
योजना के तहत पांच हजार रुपये की मिलती है राशि
तीन हजार रुपये डिलीवरी पीरियड में महिलाओं की खुराक को लेकर और दो हजार रुपये डिलीवरी के बाद बच्चों की सेहत को लेकर महिलाओं के खाते में विभाग की तरफ से डाले जाते हैं। गांव रोहेड़ियां निवासी आंगनबाड़ी वर्कर पूनम बताती है कि अब तक 25 से ज्यादा महिलाओं को यह राशि मिल चुकी है। पांच हजार रुपये की राशि मिलती है।
आवेदन के एक या दो माह बाद राशि खाता में डल जाती है। वर्ष 2018 में यह योजना सरकार द्वारा शुरू की गई थी। शुरूआत में महिलाओं को इसकी जानकारी नहीं थी, लेकिन अब महिलाएं स्वयं ही आवेदन करने के लिए आगे आ रही हैं।
खान-पान पर किया खर्च-सुमन
अनुसूचित जाति वर्ग की महिला सुमन पत्नी सलिंद्र ने बताया कि उसका पति मजदूरी का काम करता है। वर्ष 2020 में बेटी होने पर इस योजना के बारे में आंगनबाड़ी वर्कर के माध्यम से जानकारी मिली थी। आवेदन करने के एक माह बाद पैसा मिल गया। स्वयं और बच्चे के खान-पान पर यह राशि खर्च की। पांच हजार रुपये की राशि अगर उस समय नहीं मिलती तो काफी दिक्कत आती।
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जच्चा-बच्चा की खुराक पर खर्च हुई राशि-दीक्षा
मनोज की पत्नी दीक्षा ने बताया कि वर्ष 2021 में प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के लिए आवेदन किया था। दो माह बाद योजना के तहत पांच हजार रुपये की राशि मिली। उसके खाते में ही पैसे आए थे।
उन्होंने तीन हजार रुपये की राशि गर्भावस्था में उसके खान-पान और दो हजार रुपये की राशि डिलीवरी के बाद बच्चे की देखभाल पर खर्च की। इस योजना के तहत मिले पैसे सही समय पर काम आए। अगर उस समय यह राशि नहीं मिलती तो शायद परेशानी आती।
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