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पांच दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला की शुरुआत

संवाद सहयोगी इंद्री शहीद उधमसिंह राजकीय महाविद्यालय मटक माजरी के रोजगार प्रकोष्ठ व गणि

By JagranEdited By: Updated: Tue, 18 Jan 2022 10:39 PM (IST)
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पांच दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला की शुरुआत

संवाद सहयोगी, इंद्री : शहीद उधमसिंह राजकीय महाविद्यालय मटक माजरी के रोजगार प्रकोष्ठ व गणित विभाग के संयुक्त तत्वावधान में 22 जनवरी तक चलने वाली पांच दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला की शुरुआत हुई। जीरो टू इनफिनिटी विषय पर कार्यशाला में प्रत्येक दिन चार तकनीकी सत्र होंगे। इनमें देश-विदेश के प्रख्यात एवं प्रबुद्ध वक्ता अपने विचार रखेंगे।

कार्यशाला के पहले दिन महाविद्यालय के प्राचार्य डा. सतीश भारद्वाज के भाषण के साथ आयोजन का विधिवत शुभारंभ किया गया। उन्होंने ऐसी कार्यशालाओं के आयोजन को समय की जरूरत बताते हुए रोजगार परक शिक्षा पर बल दिया। कार्यशाला के आयोजक प्रो. सुमित गोयल में अपने स्वागत भाषण में कार्यशाला के विषय पर प्रकाश डालते हुए सभी उपस्थित आनलाइन वक्ताओं, प्राध्यापकों तथा विद्यार्थियों का स्वागत किया।

पहले तकनीकी सत्र के वक्ता प्रो. राकेश शंकर भारती रहे, जो यूक्रेन में एक लेखक व अनुवादक के तौर पर कार्यरत हैं। उन्होंने अपने वक्तव्य में विदेशों में युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों की उपलब्धता पर बात करते हुए कहा कि आज के समय में युवाओं को बहुआयामी बनने की आवश्यकता है। दूसरे तकनीकी सत्र में बनारस हिन्दु विश्वविद्यालय के प्रो. विनायक कुमार दुबे ने शारीरिक शिक्षा विषय में कैरियर बनाने को लेकर विस्तार से अपनी बात रखी।

उन्होंने कहा कि शारीरिक शिक्षा एक बहुआयामी विषय है, जिसमें व्यक्ति खेलकूद, मीडिया, स्पो‌र्ट्स मैनजमेंट, जिम ट्रेनर, अध्यापन अनुसंधानकर्ता आदि क्षेत्रों में करियर बना सकता है। पहले दो सत्र के लिए धन्यवाद प्रस्ताव प्रो. विभा ने प्रस्तुत किया। तीसरे सत्र में प्रो. राजीव चौधरी ने किसी भी व्यवसाय में सफल होने के लिए महत्वपूर्ण जीवन कौशल पर चर्चा की। उन्होंने सफल होने के लिए तनावमुक्त विचार प्रक्रिया पर बल दिया। अंतिम तथा चौथे सत्र में करनाल स्थित स्टार्टअप इन्क्यूबेटर के मुखिया सुनन्त ग्रोवर ने अपना बिजनेस कैसे तथा इसके लाभ पर चर्चा की।

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