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Haryana Liquor Prices: जाम छलकाने वाले लोगों के लिए जरूरी खबर, बीयर समेत देसी और अंग्रेजी शराब के दामों में इजाफा

हरियाणा में शराब के शौकीनों के लिए एक बुरी खबर है। दरअसल प्रदेश (Haryana Liquor Prices) में बीयर देसी और अंग्रेजी शराब के दामों में इजाफा होने जा रहा है। प्रदेश में नई आबकारी नीति में शराब महंगी होने जा रही है। बीयर के दाम 20 रुपये देसी शराब की बोतल के पांच रुपये बढ़ जाएंगे। नई आबकारी नीति 12 जून को लागू होगी।

By Pawan sharma Edited By: Prince Sharma Updated: Thu, 30 May 2024 08:03 PM (IST)
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Haryana Liquor Prices: जाम छलकाने वाले लोगों के लिए जरूरी खबर

जागरण संवाददाता, करनाल। नई आबकारी नीति में शराब महंगी होने जा रही है। बीयर के दाम 20 रुपये, देसी शराब की बोतल के पांच रुपये बढ़ जाएंगे। अंग्रेजी और इंपोर्टेड शराब पर पांच प्रतिशत अधिक देने होंगे। नई नीति पूरे प्रदेश में 12 जून से लागू हाे जाएगी।

करनाल के आबकारी विभाग को अब की बार 296.57 करोड़ रुपये का लक्ष्य मिला है जो कि पिछली बार 277 करोड़ रुपये था। शराब पीने वालों ने जिले में हर महीने करीब 24 करोड़ रुपये की शराब पी है।

अब की बार जिले में जोन भी 54 होंगे जो कि पिछली बार 55 थे। शराब ठेके लेने के लिए एक जून को विभागीय पोर्टल ओपन होगा। जहां इच्छुक लाइसेंस धारक प्रक्रिया और नियम पूर्ण कर आवेदन कर सकते हैं।

ये नए नियम भी जोड़े

  •  ठेका लेने के लिए तीन साल की आइटीआर जरूरी
  •  12 बजे के बाद ठेके खाेलने के लिए 20 लाख सालाना फीस लगेगी
  • होटल-रेस्टोरेंट में लाइसेंसी बार संचालक तीन ठेकों से ले सकेंगे शराब, पहले दो की अनुमति थी
  • लाइसेंसी बार संचालक जिन ठेकों से शराब लेगा, वे तीनों अलग-अलग लाइसेंस धारक हों

19 लाख देसी-अंग्रेजी पेटी शराब की खपत

जिले में प्रति वर्ष 1588000 पेटी देसी और 318000 पेटी अंग्रेजी के अलावा 24 हजार पेटी महंगी ब्रांड की शराब की खपत होती है। ब्रांडेड शराब अन्य जिलों से खरीदनी होती है। ये पॉलिसी का हिस्सा है।

वहीं अगर जिले के क्षेत्र में कहीं ब्रांडेड शराब की खपत ज्यादा होती है तो वह विभाग को एक्साइज ड्यूटी देकर इंपोर्ट शराब का 50 प्रतिशत तक का कोटा बढ़वा सकता है।

बता दें कि आबकारी एवं कराधान विभाग का जो वित्त वर्ष एक अप्रैल से 31 मार्च तक होता था वह अब 2020-21 में हुए कोविड के बाद 12 जून से 11 जून तक का होने लगा है।

ये कहते अधिकारी

डीईटीसी नीरज का कहना है कि नई आबकारी नीति के अनुसार जोन आवंटन की तैयारियां की जा रही हैं। अब की बार 296.57 करोड़ रुपये का रिजर्व प्राइस रखा गया है। गर्त वर्ष की लगभग रिकवरी की जा चुकी है। लाइसेंस धारकों को नियमानुसार जोन आवंटित किए जाएंगे।

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