Asian Games में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी हरियाणा की तनीक्षा, तलवारबाजी में गोल्ड मेडल जीतने की आस
Fencer Taniksha हरियाणा के करनाल की तनीक्षा चोट के कारण विश्व कप से तो बाहर हो गईं थी। लेकिन वह अब एशियन गेम्स में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। चोट से उबरने पर तनीक्षा ने सीनियर श्रेणी की तलवारबाजी में खुद को साबित कर एशियन गेम्स का टिकट पक्का किया है। तनीक्षा के नाम नेशनल लेवल पर गोल्ड मेडल है।
करनाल, कपिल पूनिया। जिले की तलवारबाज तनीक्षा खत्री का चयन एशियन गेम्स के लिए हुआ है। इसी साल स्पेन में आयोजित फेंसिंग वर्ल्डकप के दौरान एड़ी की चोट के कारण तनीक्षा प्रतिभाग नहीं कर पाई थीं। चोट से उबरने पर तनीक्षा ने सीनियर श्रेणी की तलवारबाजी में खुद को साबित कर एशियन गेम्स का टिकट पक्का किया है। तनीक्षा के नाम नेशनल लेवल पर गोल्ड मेडल है।
चोट और खिलाड़ियों का चोली दामन का साथ है। कभी-कभी बड़े स्तर की प्रतियोगिता के दौरान चोट लगना और फिर बाहर होना खिलाड़ियों के लिए दुखदायी होता है। यही करनाल के मधुबन निवासी 19 वर्षीय तनीक्षा के साथ इसी साल स्पेन में हुए फेंसिंग वर्ल्डकप के दौरान हुआ। अभ्यास करते समय एड़ी में चोट लगी, जिस कारण उन्हें वर्ल्डकप से बाहर होना पड़ा।
फिजियो रोनक कोथारी की मदद से तनीक्षा ने वापसी की। जिले के बाद राज्य और फिर राष्ट्रीय स्तर पर एशियन गेम्स के ट्रायल में प्रतिद्वंदियों को मात दी। तनीक्षा ने हाल में इटली में आयोजित वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में प्रतिभाग किया। हालांकि वह मेडल नहीं जीत पाईं। अब तनीक्षा एशियन गेम्स की तैयारी में जुटी हैं।
छोटी उम्र में करेंगी सीनियर का मुकाबला
तनीक्षा की उम्र 19 साल है लेकिन वह एशियन गेम्स में सीनियर वर्ग में मुकाबला करेंगी। तनीक्षा ने बताया कि एशियन गेम्स में आयु के अनुसार श्रेणी नहीं होती। तनीक्षा के पिता सोनू खत्री हरियाणा पुलिस में एएसआइ हैं और माता नीलम खत्री गृहिणी हैं। बड़ा भाई कनाडा में पढ़ाई कर रहा है।