Haryana Weather Update: 26 अगस्त से पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना, इन शहरों में होगी बारिश
हरियाणा व पंजाब सहित उत्तर प्रदेश पूर्वी मध्य प्रदेश में वर्षा गतिविधियां फिर अपेक्षाकृत कम हो गई हैं। वहीं दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में इनमें हल्की बढ़ोतरी हो रही है। 22 अगस्त से मानसून एक्सिस अपने पुराने ठिकाने पहुंच जाएगी जिससे पर्वतीय व तराई क्षेत्रों में भारी वर्षा का अनुमान है। 22 से 24 अगस्त के दौरान उत्तर हरियाणा सहित हिमाचल उत्तराखंड उत्तर प्रदेश की तराई बेल्ट में भारी वर्षा संभावित है।
By Jagran NewsEdited By: Nidhi VinodiyaUpdated: Mon, 21 Aug 2023 11:02 AM (IST)
करनाल, जागरण संवाददाता। पूर्वानुमान के अनुरूप हरियाणा व पंजाब सहित उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh), पूर्वी मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में वर्षा गतिविधियां फिर अपेक्षाकृत कम हो गई हैं। वहीं दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में इनमें हल्की बढ़ोतरी हो रही है। 22 अगस्त से मानसून एक्सिस (Monsoon in Haryana) अपने पुराने ठिकाने पहुंच जाएगी, जिससे पर्वतीय व तराई क्षेत्रों में भारी वर्षा का अनुमान है। 22 से 24 अगस्त के दौरान उत्तर हरियाणा सहित हिमाचल, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश की तराई बेल्ट में भारी वर्षा (Heavy Rain) संभावित है। इसके बाद दोबारा शुष्क व गर्म दिनों की शुरुआत हो जाएगी।
फिलहाल उत्तर और मध्य भारत में अच्छी वर्षा का अगला दौर सितंबर के पहले सप्ताह तक आने की उम्मीद है। उत्तर भारत में 26 अगस्त के आसपास एक पश्चिमी विक्षोभ आ सकता है, जिससे हरियाणा, पंजाब के सीमित क्षेत्रों में वर्षा की उम्मीद है।
कई शहरों में देखने को मिल सकती है बारिश
मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से सोमवार सुबह जारी बुलेटिन के अनुसार हरियाणा में दो दिन तक विभिन्न क्षेत्रों में यलो अलर्ट की स्थिति के चलते कुछ जगह वर्षा गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं। विशेष रूप से कुरुक्षेत्र, यमुनागर, अंबाला व चंडीगढ़ में ऐसी स्थिति का अनुमान व्यक्त किया गया है। वहीं वर्तमान मौसमी परिस्थितियों के अंतर्गत बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती हवा का एक क्षेत्र कई दिन बाद बना रहा था, जो बाद में कम दबाव क्षेत्र के रूप में ओडिशा पर आ गया था।छत्तीसगढ़ व आसपास के क्षेत्रों पर इसके पहुंचने से जो सिस्टम बना, उसके परिणामस्वरूप हिमालय के तलहटी वाले क्षेत्रों में मौजूद मानसून एक्सिस का पूर्वी सिरा अब नीचे उतर रहा है। एक्सिस का मध्य हिस्सा उत्तर प्रदेश-हरियाणा की तरफ पहाड़ों से नीचे आना आया था।