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Lok Sabha Election 2024: सोलह चुनाव बीते, करनाल से नहीं चुनी गईं कोई महिला सांसद; इस नेत्री को भी खानी पड़ी थी मुंह की

Lok Sabha Election 2024 भारतीय जनता पार्टी ने 10 उम्‍मीदवारों की घोषणा कर दी है। करनाल से मनोहर लाल को इस सीट पर निकाला गया। इस सीट की बात करें तो वर्ष 1957-62 तक केवल एक बार कांग्रेस की सुभद्रा जोशी संसद पहुंची थीं। उस समय संयुक्त पंजाब होता था। इसके बाद किसी भी महिला के सिर जीत का ताज नहीं सज सका है।

By Jagran News Edited By: Himani Sharma Updated: Sun, 31 Mar 2024 08:33 AM (IST)
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सोलह चुनाव बीते, करनाल से नहीं चुनी गईं कोई महिला सांसद
राज सिंह पाल, पानीपत। Lok Sabha Election 2024: चुनावी महासमर तेजी से आगे बढ़ने लगा है। भारतीय जनता पार्टी ने अपने सभी 10 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। करनाल लोकसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल को मैदान में उतार दिया है।

कांग्रेस, जजपा, इनेलो समेत दूसरे दल उम्मीदवार उतारने के लिए मंथन में ही जुटे हैं। इस सीट की बात करें तो वर्ष 1957-62 तक केवल एक बार कांग्रेस की सुभद्रा जोशी संसद पहुंची थीं। उस समय संयुक्त पंजाब होता था। इसके बाद किसी भी महिला के सिर जीत का ताज नहीं सज सका है।

सुषमा स्‍वराज भी नहीं जमा पाई अपने कदम

भाजपा की कद्दावर नेत्री रहीं सुषमा स्वराज 1980, 1984 और 1989 में यहां से हार चुकी हैं। हालांकि यहां महिला मतदाताओं की संख्या हर लोकसभा चुनाव में बढ़ती रही है। प्रदेश से अब तक छह महिलाएं ही संसद तक पहुंची हैं। सुषमा स्वराज ने करनाल सीट से पहला चुनाव जनता पार्टी के टिकट पर वर्ष 1980 में लड़ा था। उनका मुख्य मुकाबला कांग्रेस के चिरंजी लाल शर्मा से था।

इतने वोट से रहीं पीछे

सुषमा 1,29, 458 वोट ही ले पाईं थी, चिरंजी लाल को 1,51,786 वोट मिले थे। सुषमा स्वराज ने 1984 में दूसरा चुनाव लड़ा। चिरंजी लाल फिर उनके सामने थे। इस चुनाव में सुषमा तीसरे नंबर पर रहीं और मात्र 77,870 वोट मिले। दूसरे स्थान पर आइसीजे के देवी सिंह रहे। उन्होंने 1,48,111 वोट हासिल किए थे।

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हार के बाद से नहीं लड़ा हरियाणा से चुनाव

चिरंजी लाल को जीत मिली। उन्हें 47,063 वोट मिले थे। वर्ष 1989 में सुषमा ने एक बार फिर करनाल सीट से ही किस्मत आजमाई और फिर पराजय का सामना करना पड़ा था। सुषमा स्वराज को 2,65,792 वोट और चिरंजी लाल शर्मा को 2,74,465 वोट मिले थे। इसके बाद सुषमा ने कभी हरियाणा से लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा।

छह महिलाएं ही सांसद

1966 के बाद छह महिलाएं सांसद चुनी गईं हैं। इनमें चंद्रावती, सुधा यादव, श्रुति, कैलाशो देवी, सुनीता दुग्गल और कुमारी सैलजा हैं।

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