मेडल से चूके हरियाणा के अनीश, पहले भी दर्ज हैं कई रिकॉर्ड; पिता ने छोड़ी वकालत तब जाकर Olympics तक का पूरा हुआ सफर
हरियाणा (Haryana News) के करनाल के रहने वाले अनीश भनवाला (Anish Bhanwala) ओलंपिक 2024 में मेडल जीतने से चूक गए। हालांकि उनके परिजन फिर भी काफी ज्यादा खुश हैं। अनीश के ओलंपिक तक के सफर में उनके पिता जगपाल भनवाला का बहुत बड़ा योगदान रहा है। उनके पिता का कहना है कि अनीश का ओलंपिक में खेलना ही उनके लिए मेडल के समान है।
जागरण संवाददाता, करनाल। पेरिस में मिशन ओलिंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए उतरे कर्णनगरी के शूटर अनीश भनवाला 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल के क्वालिफायर मैच के दूसरे राउंड में बाहर हो गए। मैच की शुरूआत से ही अनीश ने बेहतर प्रदर्शन किया। इसको लेकर वह पहले राउंड में सातवें स्थान पर रहे।
पहले राउंड के बाद यह उम्मीद बढ़ गई थी कि वह फाइनल की रेस में शामिल हो जाएंगे। लेकिन दूसरे राउंड में पिछे खिसक गए। इसकी वजह से मैच क्वालिफाई नहीं कर पाए और पदक की दौड़ से बाहर हो गए।
अंतिम प्रदर्शन में 13वें स्थान पर रहे अनीश
अनीश के पिता जगपाल भनवाला व उनकी माता पूनम रानी ने सुबह से ही बेटे का मैच देखने की तैयारी शुरू कर दी थी। मैच को लेकर उनके पास रिश्तेदारों व अनीश के मित्रों के फोन भी सुबह से ही आने लगे थे। अनीश का मैच भारतीय समयानुसार दोपहर एक बजे शुरू हो गया था।माता-पिता करनाल के सेक्टर-छह स्थित आवास पर मौजूद रहकर अनीश के मुकाबले का टीवी पर सजीव प्रसारण देखते रहे। जिसके तहत पहले राउंड का परिणाम साढ़े तीन बजे आया। वहीं दूसरा राउंड का प्रसारण छह बजकर 45 मिनट पर हुआ। जिसमें उन्होंने 13वां स्थान प्राप्त किया।
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पिता ने कहा- बेटा का ओलिंपिक खेलना ही मेडल
अनीश के पिता जगपाल भनवाला ने बताया कि हार और जीत को जीवन के दो पहलू हैं। अगर वह इस बार मेडल नहीं लेकर आया तो कोई बात नहीं, इसके लिए वह अगली बार प्रयास करेगा। उन्होंने कहा कि हमारा बेटा ओलिंपिक में खेल लिया यहीं हमारे लिए मेडल है।
उल्लेखनीय है कि अनीश की बहन मुस्कान ने 2018 में निशानेबाजी में सिडनी में हुई चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता था। जिसको देखकर अनीश ने शूटिंग में अपना कदम आगे बढ़ाया था।
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