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कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय का 33वां दीक्षांत समारोह: CM खट्टर को जापानी भाषा में कोर्स करने पर मिला सम्मान

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के 33वें दीक्षांत समारोह का आज आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद थे। वहींं सीएम मनोहर को ऑनलाइन जापानी भाषा कोर्स कंप्लीट करने के लिए सम्मान दिया गया। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को दिया सम्मान दिया। वहीं केयू में स्वामी ज्ञानानंद को डॉक्टरेट की उपाधि से नवाजा गया। कार्यक्रम के बाद सीएम ने जापानी भाषा में अपना भाषण दिया।

By Jagran NewsEdited By: Preeti GuptaUpdated: Fri, 11 Aug 2023 04:12 PM (IST)
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CM मनोहर को जापानी भाषा में कोर्स कंप्लीट करने पर मिला सम्मान
कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के 33वें दीक्षांत समारोह का आज आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद थे। वहीं, हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, मुख्यमंत्री मनोहर लाल और गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने शिरकत की।

कार्यक्रम में खास बात यह रही कि सीएम को ऑनलाइन जापानी भाषा कोर्स कंप्लीट करने के लिए सम्मान दिया गया। वहीं, केयू में स्वामी ज्ञानानंद को डॉक्टरेट की उपाधि से नवाजा गया।

सीएम ने पूरा किया जापानी भाषा में तीन महीने का सर्टिफिकेट कोर्स

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस ऑनलाइन कोर्स के विद्यार्थी रहे हैं। उन्होंने शत-प्रतिशत कक्षाएं लगाकर अपने 3 माह के सर्टिफिकेट कोर्स को पूरा किया। इसी बैच के कुलपति सोमनाथ सचदेवा भी विधार्थी रहे हैं। उन्हें भी समारोह में डिग्री प्रदान की गई है।

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को दिया सम्मान दिया। बता दें कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में जापानी भाषा का बेसिक कोर्स शुरू किया गया था। इसी के साथ कुवि ने देश भर में सबसे पहले एनईपी को पूरी तरह से लागू किया। कार्यक्रम में सीएम ने जापानी भाषा में ही अपना भाषण दिया।

सीएम मनोहर ने जापानी भाषा में दिया भाषण

जापानी भाषा में भाषण देते हुए सीएम ने आदरणीय मुख्य अतिथि व अन्य अतिथि का जापानी भाषा में स्वागत किया। सीएम ने यहां से मानद की डिग्री मिलने के बाद जापानी भाषा का कोर्स किया था। विश्वद्यालय के कुलपति उनके सहपाठी रहे। इस कोर्स के लिए 30 दिन कक्षा लगी।

सीएम ने इसके लिए कुलपति का धन्यवाद किया। जापानी भाषा में उन्होंने भाषण देते हुए कहा कि मुझे शुरू से ही अतिरिक्त भाषाएं सीखने का शौक रहा है। इससे पहले उन्होने तमिल में स्कूल सर्टिफिकेट कोर्स पास किया है। भाषा एक ऐसी चीज है जिससे सामने वाले के साथ उसी की भाषा में वार्तालाप करते हैं तो घनिष्ठ संबंध बनता है। जब तमिल भाषी को उनकी भाषा में बुलाएंगे तो वह खुश होगा।

क्या बोले गुजरात के राज्यपाल ?

जानकारी के मुताबिक, गुजरात के राज्यपाल ने आचार्य देवव्रत को मानद उपाधि देने की घोषणा की। गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि प्रदेश का प्रतिष्ठित शिक्षा संस्थान कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय है। वह पूर्व छात्र रहे हैं। उन्होंने राज्यपाल और मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आभार प्रकट किया।

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