किसान सम्मान योजना के लिए चार हजार किसानों ने किया आवेदन
केंद्र सरकार की ओर से बजट में घोषित किसान सम्मान योजना की घोषणा के कुछ दिनों बाद ही अधिकारियों ने तेजी से कार्य शुरू कर दिया है। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की ओर से योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए 10 फरवरी से ही कार्य शुरू कर दिया है। जिसके लिए गांव स्तर पर कमेटियों का गठन किया गया है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र: केंद्र सरकार की ओर से बजट में घोषित किसान सम्मान योजना की घोषणा के कुछ दिनों बाद ही अधिकारियों ने तेजी से कार्य शुरू कर दिया है। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की ओर से योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए 10 फरवरी से ही कार्य शुरू कर दिया है। जिसके लिए गांव स्तर पर कमेटियों का गठन किया गया है। इसके लिए विभाग और जिला प्रशासन की ओर से सक्षम में लगाए गए युवाओं को जिम्मेवारी दी गई है। इसके साथ ही पटवारी और एडीओ को भी इनका सदस्य बनाया गया है। विभाग की ओर से 25 फरवरी तक सभी किसानों को पंजीकरण किया जाना है। अभी तक दो दिनों में विभाग की ओर से चार हजार किसानों का पंजीकरण किया गया है।
केंद्र सरकार की ओर से बजट में किसान सम्मान योजना को शुरू किया गया है। योजना में किसानों के खातों में प्रतिवर्ष छह हजार रुपये की राशि आनी है। जो तीन किश्तों में आएगी। केंद्र सरकार की ओर से आम चुनावों से पहले ही पहली किश्त डालने की योजना तैयार की है। जिसके लिए किसानों को पंजीकरण किया जाएगा। जिला कृषि एवं किसान विभाग के उपनिदेशक डॉ. प्रदीप मील ने बताया कि किसानों के पंजीकरण के लिए सक्षम युवाओं को लगाया गया है। जिनकी कमेटियां गांव स्तर पर बनाई गई हैं। उन्होंने बताया कि ये युवा हर किसान का फार्म भरेंगे। जिससे इनका पंजीकरण किया जा सकेगा। ऐसे कराएं किसान अपना पंजीकरण
विभाग के अधिकारियों ने बताया कि ग्राम स्तर पर बनाई कमेटियां 10 फरवरी से 25 फरवरी तक गांवों में ही पंजीकरण का कार्य करेंगी। इसके लिए पटवारी और एडीओ की भी ड्यूटियां लगाई गई हैं। किसान अपने साथ आधार कार्ड की फोटोकॉपी और बैंक अकाउंट की कॉपी की फोटो प्रति लेकर कमेटी से मिलें। एक छोटे से आवेदन को भरने के बाद पटवारी उनकी जमीन को तसदीक कर देगा। इसके बाद किसान का पंजीकरण हो जाएगा। जिले भर में हैं 35 हजार किसान
जिले में वर्तमान समय में लगभग 35 हजार किसान ऐसे हैं जिनके पास दो हेक्टेयर से कम जमीन हैं। इन किसानों को यह लाभ दिया जाना तय है। अभी तक चार हजार किसानों का पंजीकरण हो चुका है।