Kurukshetra Crime: सावधान! इंग्लैंड का वर्क वीजा दिलाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी, 18 लोगों के खिलाफ केस दर्ज
Kurukshetra News केयूके थाना पुलिस ने इंग्लैंड का वर्क वीजा दिलाने के नाम पर 50 लाख रुपये की ठगी करने के 18 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। शिकायत में बताया कि मिस बेला विलियम की अचानक उसके मोबाइल पर कॉल आई और उसने अपना परिचय दिया कि वह यूके से है और कपड़ा जेवरात व वर्क परमिट वीजा का कार्य करती है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र। केयूके थाना पुलिस ने इंग्लैंड का वर्क वीजा दिलाने के नाम पर 50 लाख रुपये की ठगी करने के 18 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। शांति नगर निवासी प्रेम सिंह ने केयूके थाना पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि न्यू दिल्ली शांति पथ चाणक्यपुरी ब्रिटिश हाई कमीशन निवासी जार्ज मैनेजर।
धोखाधड़ी कर 50 लाख रुपये ठगे
डा. विल फरेड पावेल, डिप्लोमेट जोसफ टिम, मिस बेला विलियम, पैट्रीक जार्ज मैनेजर बैंक ऑफ इंग्लैंड यूनटी क्रेडिटी बैंक यूके, संजय मिर्धा, आर्यन पांडे, पप्पू वर्मा, सादिक खान, रोहित कुमार, टोवी एसडब्ल्यूीव, संजय कुमार टिर्की, अंकित मिश्रा, अमन, उमेश, पुलिंद्रो रियांग व इमरान खान ने उसके साथ धोखाधड़ी कर 50 लाख रुपये ठग लिए।
शिकायत में बताया कि मिस बेला विलियम की अचानक उसके मोबाइल पर कॉल आई और उसने अपना परिचय दिया कि वह यूके से है और कपड़ा, जेवरात व वर्क परमिट वीजा का कार्य करती है। उसने कॉल को ज्यादा महत्व नहीं दिया,परंतु बार-बार फोन आने पर वर्क परमिट वीजा के बारे में जिक्र किया।
यह भी पढ़ें: Bhiwani Crime: रफ्तार का दिखा कहर-कैंटर चालक ने मारी बाइक सवार को टक्कर, खून से लथपथ ले गए अस्पताल; मौत
भोले-भाले लोगों को ऐसे फंसाते थे बदमाश
उसने अपना व अपने लड़के के वर्क वीजा के बारे में बातचीत की। आरोपित ने उसे बताया कि ब्रिटिश एंबेसी दिल्ली में उसके कई रिश्तेदार कार्यरत है। वह उसे व उसके बेटे का वर्क परमिट वीजा आसानी से एक माह के अंदर लगवाकर उन्हें यूके भेज सकती है। वह उसे अपना व अपने बेटे के दस्तावेज जिसमें आधार कार्ड, पैन कार्ड, चालक लाइसेंस, बैंक पास बुक, फोटो, पासपोर्ट की फोटो कॉपी व अन्य दस्तावेज भी लिए।आरोपित ने कहा कि इस वर्क परमिट वीजा के लिए उसे 55 लाख रुपये देने होंगे। आरोपित ने उसे कहा कि उसे राशि बैंक खाते व गुगल-पे से देनी है। शिकायतकर्ता ने आरोपित के बताए खाते व गुगल-पे से अलग-अलग तिथियों को राशि ट्रांसफर की। मगर आरोपितों ने उसे व उसके बेटे का वर्क परमिट वीजा नहीं दिलाया।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।