Haryana News: किसानों ने गेट पर जड़ा ताला, गन्ना खत्म होने पर मिल बंद
हरियाणा में शाहाबाद सहकारी चीनी मिल पर किसानों ने गेट पर ताला जड़ दिया। परिसर में गन्ने की तकरीबन 300 ट्रालियां जमा थीं। पांच बजे के बाद गन्ना खत्म होने के बाद मिल बंद कर दिया गया। मिल को दोबारा चालू करना मिल प्रबंधन के लिए बड़ा वित्तीय नुकसान है।
By Jagran NewsEdited By: Himani SharmaUpdated: Sat, 21 Jan 2023 10:12 AM (IST)
संवाद सहयोगी, शाहाबाद : गन्ने के दाम बढ़ाने की मांग पर अड़े किसानों ने शुक्रवार सुबह 10 बजे शाहाबाद सहकारी चीनी मिल पर ताला जड़ दिया। इससे पहले ही चीनी मिल परिसर में गन्ने की 300 के करीब ट्रालियां जमा थीं। करीब पांच बजे तक इन ट्रालियों का गन्ना खत्म होने के बाद मिल बंद हो गई। अब इसे दोबारा शुरू करने में ही एक लाख रुपये के करीब का खर्च आएगा।
Yamunanagar News: ट्विन सिटी में फैक्टरियों से निकल रहा जहरीला धुआं, विभाग नहीं ले रहा सुध
किसानों के मिल गेट को ताला लगाते ही मौके पर मौजूद पुलिस ने किसानों को ताला खुलवाने के लिए समझाया। किसानों ने पुलिस उप अधीक्षक रणधीर सिंह के इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया और मांग पूरी होने पर ही मिल का गेट न खोलने की बात कही। मिल को दोबारा चालू करना ही मिल प्रबंधन के लिए बड़ा वित्तीय नुकसान है।
सुबह ही पहुंचने लगे थे किसान
भाकियू (चढूनी ग्रुप) ने गन्ने के दाम 450 रुपये क्विंटल करवाने की मांग को लेकर 17 जनवरी से ही गन्ने की छिलाई बंद करवानी शुरू कर दी थी। इसके बाद शुक्रवार की सुबह ही किसान मिल गेट पर जुटने लगे। किसानों ने मिल के गेट पर ताला लगाकर प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कार्यकारी प्रधान कर्म सिंह मथाना और जसबीर सिंह मामूमाजरा ने कहा कि अपनी मांग को लेकर 17 जनवरी से ही किसानों ने गन्ने की छिलाई बंद कर दी थी।
इसके बावजूद अभी तक सरकार नहीं जागी तो आज किसानों को मजबूरी में प्रदेश की मिलों को ताला लगाना पड़ा। भाकियू के प्रेस प्रवक्ता राकेश बैंस ने कहा कि 2014 में एक क्विंटल गन्ने के बदले जितना सामान बाजार से खरीदकर लाते थे उतना सामान अब सवा क्विंटल गन्ने का भी नहीं आता। इस मौके पर खंड अध्यक्ष हरकेश खानपुर, पंकज हबाना, अर्जुन सिंह भिंडर, जसबीर कलसानी, पवन बैंस मौजूद रहे।
23 को जाट धर्मशाला में बैठक
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : गन्ने के दाम बढ़ाने की मांग को लेकर किसान चीनी मिलों पर ताला डालकर गेट पर ही धरने पर बैठ गए। किसानों ने मिल को अनिश्चितकाल तक बंद रखने का एलान कर दिया है। साथ ही 23 जनवरी को कुरुक्षेत्र की जाट धर्मशाला में भारतीय किसान यूनियन (चढूनी ग्रुप) की प्रदेश स्तरीय बैठक बुलाई है। इस बैठक में भाकियू ने आंदोलन को लेकर सख्त फैसले लेने की बात कही है।
Haryana News: ट्राला के कुचलने से बेलदार की मौत, 100 मीटर तक घसीटाभाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश बैंस ने बताया कि किसान गन्ने के दाम 450 रुपये प्रति क्विंटल किए जाने मांग कर रहे हैं। सरकार की ओर से दाम न बढ़ाए जाने पर भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी के आह्वान पर शुक्रवार को सभी मिलों के गेट बंद कर दिए गए हैं। अगर सरकार 22 जनवरी तक गन्ने का दाम नहीं बढ़ाती तो 23 जनवरी को जाट धर्मशाला में प्रदेश स्तरीय बैठक कर अगली रणनीति बनाई जाएगी।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।