6 साल पहले 10 महिलाओं का बनाया संगठन, अब 50 से ज्यादा जुड़े लोग, दूर-दूर तक इनके प्रोडक्ट की डिमांड
महक महिला ग्राम संगठन से जुड़कर महिलाएं बिस्कुल चाकलेट और पेस्ट्री बना रहीं। अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में संगठन के बनाए बेकरी प्रोडक्ट्स को खासा पसंद किया जा रहा। दूसरी महिलाओं का संगठन की ज्योति शर्मा और सुमन रोजगार दे रहीं।
कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। ऐसे बहुत कम लोग होते हैं जो अपने साथ-साथ दूसरों को भी संबल बनाने का काम करते हैं। पंचकूला की ज्योति शर्मा और सुमन अपने साथ-साथ कई महिलाओं को स्वावलंबी बनाने का काम कर रही हैं। ज्योति शर्मा पंचकूला के महक महिला ग्राम संगठन से जुड़ी हुई हैं और अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के सरस मेले में गुड़, आटे और बेसन से बने पौष्टिक बिल्कुट, हैंडमेड फ्लेवर्ड चाकलेट लेकर आई हैं।
सरकार में उच्च पदों पर आसीन कई अधिकारी उनके संगठन में बने हैंडमेड बिस्कुट खासे पसंद करते हैं। दीवाली, होली और खास मौकों पर उपहार के रूप में उनके संगठन से जुड़ी महिलाओं के हाथ से बने बिस्कुल, नमकीन और चाकलेट भेंट की जाती हैं।
छह साल पहले शुरुआत की थी
अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में आई संगठन की सदस्य ज्योति शर्मा ने बताया कि सुमन ने वर्ष 2017 में 10 महिलाओं के साथ इस ग्रुप की शुरुआत की थी। वह भी कुछ ही दिनों बाद इस ग्रुप से जुड़ गई थीं। इसके बाद 40 से 50 और महिलाओं को जोड़ा गया। उन्होंने बताया कि वह ग्रेजुएट हैं और मेलों में वही संगठन की महिलाओं की ओर से तैयार खाद्य सामान लेकर आई हैं। लोगों की ओर से बिस्कुल काफी पसंद किए जा रहे हैं।
लोगों को हैंडमेड चाकलेट्स में फिलिंग वाली चाकलेट्स ज्यादा पसंद
ज्योति शर्मा ने कहा कि वह हैंडमेड चाकलेट्स लेकर आई हैं। इसमें फिलिंग चाकलेट्स भी हैं, जो क्रंची होने के साथ-साथ दिखने में भी आकर्षक हैं। उन्होंने बताया कि उनके पास गुड़ से तैयार आटे के बिस्कुट हैं, जो काफी कम मीठे के हैं। इन्हें शुगर के मरीज भी खा सकते हैं। उन्होंने बताया कि उनके सारे बिस्कुट पौष्टिक हैं, क्योंकि बिस्कुट में वह आटा और बेसन का प्रयोग करती हैं। संगठन पेस्ट्री भी तैयार करता है यानी अच्छी खासी बेकरी के प्रोडक्ट खुद संगठन की महिलाएं तैयार कर रही हैं। बिस्कुट 200 रुपये किलो हैं, जो क्वालिटी और पौष्टिक हैं।