Updated: Tue, 16 Sep 2025 09:21 PM (IST)
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 3 अक्टूबर को कुरुक्षेत्र में नए आपराधिक कानूनों पर आधारित प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अधिकारियों के साथ बैठक में प्रदर्शनी की तैयारियों की समीक्षा की। प्रदर्शनी का उद्देश्य नागरिकों को भारतीय न्याय संहिता-2023 के माध्यम से आपराधिक न्याय प्रणाली में किए गए सुधारों के बारे में जागरूक करना है। प्रदर्शनी में कानूनी विशेषज्ञ और नागरिक समाज के प्रतिनिधि भाग लेंगे।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह तीन अक्टूबर को कुरुक्षेत्र में नए आपराधिक कानूनों पर आधारित प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे। शाह के स्वागत की तैयारी में सरकार अभी से जुट गई है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने मंगलवार को अधिकारियों संग बैठक में कहा कि नए आपराधिक कानूनों पर व्याख्यान और पैनल चर्चा आयोजित की जाए, ताकि लोगों को नए कानूनों के लाभ पता चल सके।
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प्रदर्शनी एवं उद्घाटन समारोह की तैयारियों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह महत्वपूर्ण प्रदर्शनी चार-पांच दिन तक चले ताकि अधिवक्ता, छात्र, अभिभावक और आम नागरिक इसमें शामिल होकर आपराधिक न्याय प्रणाली में हुए बदलावों को समझ सकें। व्याख्यान और पैनल चर्चा में कानूनी विशेषज्ञों और नागरिक समाज के प्रतिनिधियों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित हो।
उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी में वास्तविक जीवन के उदाहरणों को भी प्रदर्शित किया जाना चाहिए जहां इन कानूनों के लागू होने के बाद जघन्य अपराधों का अति शीघ्र समाधान किया गया हो। इससे लोगों को इन सुधारों के सकारात्मक प्रभाव को देखने में मदद मिलेगी।
इस पहल के महत्व पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदर्शनी का प्राथमिक उद्देश्य भारतीय न्याय संहिता-2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता-2023 और भारतीय साक्ष्य अधिनियम-2023 के माध्यम से भारत की आपराधिक न्याय प्रणाली में किए गए महत्वपूर्ण सुधारों के बारे में नागरिकों को जागरूक और शिक्षित करना है। मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को कार्यक्रम की सफलता के लिए आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर, गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डा. सुमिता मिश्रा, अतिरिक्त मुख्य सचिव (उच्च शिक्षा) विनीत गर्ग, पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर, महानिदेशक (कारागार) आलोक कुमार राय, महानिदेशक (सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा) के मकरंद पांडुरंग, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (सीआइडी) सौरभ सिंह ने भी अपनी बात रखी।
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