Geeta Mahotsav 2022: कुरुक्षेत्र से हरियाणा के लोगों को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने दी ये तीन सौगात
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु कुछ ही देर में कुरुक्षेत्र पहुंची। ब्रह्मसरोवर के पुरुषोत्तमपुरा बाग से राष्ट्रपति गीता जयंती महोत्सव का शुभारंभ किया। इसके बाद कुवि में अंतरराष्ट्रीय गीता संगोष्ठी का शुभारंभ किया। अब एनआइटी के दीक्षांत समारोह में शिरकत करने पहुंचीं।
By Jagran NewsEdited By: Anurag ShuklaUpdated: Tue, 29 Nov 2022 04:26 PM (IST)
कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु कुरुक्षेत्र पहुंचीं। राष्ट्रपति ब्रह्मसरोवर के पुरुषोत्तमपुरा बाग से अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का शुभारंभ किया। महोत्सव के विधिवत शुभारंभ के साथ ही मुख्य कार्यक्रमों की भी शुरुआत हुई। राष्ट्रपति करीब पांच घंटे में कुरुक्षेत्र में रहेंगी।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु सुबह करीब 11 बजकर 40 मिनट पर ब्रह्मसरोवर पहुंची। उन्होंने सबसे पहले ब्रह्मसरोवर के पुरुषोत्तम बाग में पूजा की। इसके बाद श्री कृष्ण अर्जुन रथ के पास आहुति दी। फिर राज्यपाल और हरियाणा सरकार के मंत्री के साथ श्री कृष्ण अर्जुन रथ के सामने फोटो खिंचवाई। इसके बाद राष्ट्रपति कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी के लिए रवाना हुईं। वहीं, ब्रह्मसरोवर में पूजन के दौरान पूर्वजों को याद करते हुए राष्ट्रपति भावुक हो गईं।
कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी में राष्ट्रपति ने यूनिवर्सिटी की स्मारिका का विमोचन किया। वहीं, मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने राष्ट्रपति का स्वागत किया। सीएम ने कहा कि राष्ट्रपति कर्मयोगिनी हैं। उन्होनें अपने कर्म से एक छोटे से गांव से लेकर राष्ट्रपति भवन तक का सफर तय किया है। वहीं, गीता महोत्सव के बारे में बताते हुए कहा कि अब प्रदेश सरकार ने कृष्णोत्सव मनाने का फैसला किया है। गीता के महत्व को देखते हुए स्कूली शिक्षा में इसे शामिल किया गया है। केंद्र सरकार के सहयोग से कुरुक्षेत्र को महापर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा की गीता के पठन पाठन को आम नागरिक तक पहुंचाने के लिए ही इस तरह का कार्यक्रम किया जा रहा है। गीता ने पूरे विश्व को नई राह दिखाई है।
एनआईटी में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु।
राष्ट्रपति ने कहा, यहां आकर आध्यात्मिक की अनुभूति हो रहीकुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी में राष्ट्रपति ने संबोधन शुरू किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा की गीता की जन्म स्थली कुरुक्षेत्र में पहुंचकर उन्हें आध्यात्मिक आनंद की अनुभूति हो रही है। इस तरह की मान्यता है की कुरुक्षेत्र में आने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। यहां के निवासी स्वर्ग में वास करते हैं। यह उनका सौभाग्य है और भगवान श्री कृष्ण का आशीर्वाद कि वह पहली बार हरियाणा में गीता की जन्म स्थली पर ही पहुंची हैं। उनकी पहली यात्रा धर्मनगरी की है।
उन्होंने कहा, लोक मान्य बाल गंगाधर तिलक और महत्मा गांधी ने भी गीता से प्रेरणा ली ओर गीता की शिक्षाओं ने उनका मार्ग दर्शन किया और उन्हें उत्साह व ताकत दी। उन्होंने प्रदेश सरकार की तीन परियोजनाओं का रिमोट दबाकर शुभारंभ करते हुए कहा की प्रदेश सरकार गीता की शिक्षाओं पर काम कर रही है।राष्ट्रपति कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के श्रीमद्भगवद् गीता सदन में अंतरराष्ट्रीय गीता संगोष्ठी का शुभारंभ करने के साथ प्रदेश की तीन परियोजनाओं का भी शुभारंभ करेंगी। इसके बाद वह राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में 18वें दीक्षांत समारोह में शिरकत करेंगी।
कहा, प्रदेश सरकार की और से शुरू की गईं इन योजनाओं से आमजन और जरुरतमंद को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने भी विश्व भर में गीता की शिक्षाओं का प्रचार किया। हरियाणा के साहसी वीर जवानों मेहनती किसानों और बेटियों ने विश्व भर में भारत का तिरंगा लहराने का काम किया है। उन्होंने प्रदेश सरकार से अनुरोध किया कि वह गीता गीता का इतना प्रचार प्रसार किया जाए कि इसका संदेश गांव गांव और घर घर तक पहुंचे।
इसके बाद नेशनल इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाजी कुरुक्षेत्र में 18वें दीक्षांत समारोह में दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू साथ मे राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, मुख्यमंत्री मनोहर लाल व अन्य भी मौजूद रहे।एनआईटी में दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति ने कहा, देश में छात्राओं को मुफ्त यात्रा के साथ-साथ मुफ्त शिक्षा उपलब्ध कराई जा रही है। एनआईटी कैंपस में आकर मुझे बहुत खुशी हुई। शिक्षा से मेरा आत्मीय संबंध है। अपना सार्वजनिक जीवन शुरू करने से पहले मैंने एक विद्यालय में अध्यापन कार्य किया है। शिक्षा से जुड़े किसी के कार्यक्रम में आकर मुझे विशेष प्रशंता होती है। आज डिग्री प्राप्त कर रहे सभी विद्यार्थियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देते हैं। आप सब के माता-पिता परिवारजनों गुरुजनों और सभी प्रिय जनों को भी मैं बधाई देती हूं। आप की जीवन यात्रा में उन्होंने विशेष भूमिका निभाई। संस्थान अपनी डायमंड जुबली मना रहा है। 1993 में स्थापित हुए इस संस्थान को भारत के सबसे पहले एनआईटी स्थापित होने का गौरव भी हासिल है। इस संस्थान के 40000 से अधिक विद्यार्थियों ने राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दिया। आज डिग्री प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों में से लड़कियां अधिक हैं। आज बेटियां हर क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित करते हुए देश का नाम रोशन कर रहीं हैं। मैं चाहती हूं कि साइंस टेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग मैथमेटिक्स विषय में भी और अधिक लड़कियां आगे आएं। कहा, हरियाणा एवं पंजाब के क्षेत्र का भारत के कृषि के विकास में अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान है। यहां के प्रगतिशील किसानों ने आधुनिक तकनीक का उपयोग करके हरित क्रांति को खाद्य सुरक्षा प्रदान की है। आज इस क्षेत्र में प्रदूषण भोजन बढ़ता जा रहा है। आनंदी कुरुक्षेत्र का एक दायित्व बनता है कि इन इन समस्याओं का तकनीकी समाधान निकालें।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के #कुरुक्षेत्र आगमन पर राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय व मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने उनका स्वागत किया।इसके बाद उन्होंने ब्रह्म सरोवर में चल रहे यज्ञ में आहुति डाली व अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में हरियाणा पैवेलियन,शिल्प उद्यान का अवलोकन किया। pic.twitter.com/k5VWTLPcpG
— DPR Haryana (@DiprHaryana) November 29, 2022राष्ट्रपति के आगमन को लेकर पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता प्रबंध कर लिए हैं। प्रत्येक कार्यक्रम स्थल की कमान एक-एक पुलिस अधीक्षक के हाथों में सौंपी गई है। इसके साथ ही सुरक्षा व्यवस्था के लिए चार हजार महिला और पुरुष पुलिस कर्मचारियों को ड्यूटी पर तैनात किया गया है। राष्ट्रपति ने पवित्र ग्रंथ श्रीमद्भगवद्गीता पर पुष्प अर्पित कर गीता पूजन किया। गीता यज्ञ में पूर्ण आहुति डालकर अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के मुख्य कार्यक्रमों का विधिवत रूप से शुभारंभ किया। फिर यहां कार्यक्रम में हुईं शामिलइसके बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय श्रीमद्भगवद्गीता सदन में अंतरराष्ट्रीय गीता संगोष्ठी में हिस्सा लिया। इस मौके सरकार की तीन बड़ी परियोजनाओं का वर्चुअली शुभारंभ व शिलान्यास भी किया। इनमें हरियाणा परिवहन में ई-टिकटिंग व्यवस्था, मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सर्वेक्षण योजना व सिरसा जिले में मेडिकल कालेज की आधारशीला रखा जाना शामिल है। मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सर्वेक्षण योजनाराष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सर्वेक्षण योजना का शुभारंभ किया। इस योजना के अंतर्गत प्रदेश के लोगों की स्वास्थ्य जांच की जाएगी। योजना के प्रथम चरण में अंत्योदय परिवार के लोगों को शामिल किया गया है। हरियाणा परिवहन में ई-टिकटिंग प्रणाली का किया शुभारंभराष्ट्रपति हरियाणा परिवहन में ई-टिकटिंग प्रणाली का भी शुभारंभ किया। प्रारंभिक चरण में चंडीगढ़, करनाल, फरीदाबाद, सोनीपत, भिवानी और सिरसा सहित छह डिपो में ई-टिकटिंग परियोजना को लागू किया जाएगा। इसी तरह हरियाणा रोडवेज के शेष 18 डिपो में जनवरी 2023 के अंत तक परियोजना को पूरी तरह से लागू कर दिया जाएगा।